परिजनों ने स्टाफ नर्स के खिलाफ डीएम को भेजा शिकायती पत्र
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तालबेहट का मामला
अमर स्तंभ ब्यूरो रिपोर्ट। ओमप्रकाश यादव के साथ भागचंद्र राजपूत
ललितपुर। प्रसव के नाम पर अवैध वसूली का खेल जनपद में थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर अवैध तरीके से मांगे जाने वाली रकम देने के बावजूद भी प्रसव में लापरवाही के चलते प्रसूताओं को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तालबेहट से प्रकाश में आया है। यहां प्रसव कराने आयी महिला की प्रसव के दौरान हालत बिगड़ गयी। परिजनों का आरोप है कि हालत बिगड़ते देख प्रसूता को छोड़कर स्टाफ नर्स भाग खड़ी हुयी। मरणासन्न अवस्था में प्रसूता को निजी वाहन से झांसी ले गये, जहां प्रसूता को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अब सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स के खिलाफ कार्यवाही को लेकर परिजनों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है।
तहसील तालबेहट क्षेत्र के ग्राम सुनौरा निवासी हरिश्चंद्र सिंह पुत्र गिरवर ने डीएम को भेजे शिकायती पत्र में बताया कि वह अपनी पत्नी रश्मि को गर्भवती अवस्था में बीती 17 मई को सुबह करीब 5.30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तालबेहट ले गया, जहां प्रसूता को भर्ती कर लिया गया। परिजनों का आरोप है कि सुरक्षित प्रसव कराने के नाम पर वहां तैनात स्टाफ नर्स द्वारा दस हजार रुपये की मांग की गयी। प्रसव में कोई परेशानी न हो, इसके लिए परिजनों ने भी हां भर दी। पीडि़त परिजनों ने बताया कि सुबह करीब 6.50 बजे प्रसूता दर्द से बिलख रही थी, लेकिन नर्स द्वारा उपचार शुरू नहीं किया गया। इतना ही नहीं उक्त नर्स ने प्रसूता की जांच तक नहीं की और उसी हालत में छोड़कर चली गयी। बताया कि अस्पताल में तैनात दूसरी नर्स ने भी कोई उपचार नहीं किया। परिजनों ने बताया कि हालत खराब होने पर प्रसूता को वह अपने निजी वाहन से झांसी ले गये, जहां मौजूद चिकित्सकों ने प्रसूता रश्मि को मृत घोषित कर दिया। पीडि़त परिजनों ने जिलाधिकारी को दिये पत्र के जरिए सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाते हुये कार्यवाही की मांग उठायी है।