आम के फलों की परिपक्वता पर ही करें तुडाई मिलेगा अधिक लाभ डा. वी. के. त्रिपाठी

संवाददाता राहुल प्रजापति
कानपुर नगर

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में उद्यान विज्ञान एवं फल विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. वी.के. त्रिपाठी ने आम उत्पादन कर रहे बागबान भाइयों को गुणवत्ता युक्त उत्पादन के साथ अधिक लाभ हेतु उचित परिपक्वता निर्धारण कर फलों की तुड़ाई करने के विषय में जानकारी के लिए एडवाइजरी जारी की है। डॉ. वी. के. त्रिपाठी ने बताया कि आम के फल अपनी वृध्दि एवं विकास की हर अवस्था में उपयोगी होते है। आम स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पौष्टिकता से भरपूर होता है
कच्चे आम में विटामिन ‘सी’ प्रचुर मात्रा में होता है वही पके आम कैरोटिनॉयडस का बहुत अच्छा श्रोत है। इसके अलावा आम के फल कैल्शियम, फॉस्फोरस, लोहा आदि खनिज लवणों के भी अच्छा श्रोत है।
वर्तमान समय में आम का उत्पादन मानव स्वास्थ्य के साथ आमदनी का अच्छा खासा जरिया साबित होता जा रहा है उन्होंने बागवानों को सलाह दी है कि तैयार हो रहे फलों को उपयोग के अनुसार 2 से 3 इंच डंठल के साथ तुड़ाई करना चाहिए। यदि फलों का प्रयोग अचार बनाने में करना है तो इस समय जब फलों की गुठली कठोर हो चुकी है उनकी डंठल सहित तुड़ाई करके फलों को प्रयोग में लाना चाहिए। कच्चे आम को चटनी, आमचूर, पना, खटाई आदि उत्पाद बनाकर भी उपयोग कर सकते हैं। पके फलों के प्रयोग के लिए जब फलों का रंग कंधे के पास हल्का पीला हो जाए या बगीचे में कुछ फल अपने आप गिरने लगे अथवा फलों को पानी में डालने पर उनका कुछ भाग डूबा हुआ हो, साथ ही साथ उनमें खटास की मात्रा कम हो जाए और मिठास बढ़ जाए, तब फलों को सी.आई.एस.एच., लखनऊ द्वारा विकसित फल तुड़ाई यंत्र की सहायता से सावधानी पूर्वक 2 से तीन इंच डंठल सहित तुड़ाई करना चाहिए। दो-तीन घंटे बाद जब फलों से चेप का निकलना कम हो जाए, तब डंठल को हटा देते हैं, विना डंठल के फलों को तोड़ने पर, फलों पर चेंप के बहाव के कारण फलों की सुंदरता में कमी आ जाती है क्योंकि चेंप के बहाव वाले स्थान पर काला धव्वा बन जाता है और कभी-कभी जोड़ों वाले स्थान पर कवक का आक्रमण होने से भंडारण के समय स्टेम एंड सड़ाव नामक बीमारी का भी आक्रमण हो जाता है इससे भंडारण क्षमता कम हो जाती है।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि पूर्ण रूप से पके फलों से विभिन्न मूल्य संवर्धित उत्पाद जैसे जूस, मैंगो पूरी, टॉफी, मैंगोलेदर और स्केवैश आदि बनाकर रख लेने से अधिक लाभ के साथ-साथ दूसरे समय भी आम का स्वाद ले सकते हैं। इस प्रकार से तुड़ाई की सही ढंग का प्रयोग करते हुए, सही परिपक्वता कर फलों की तुड़ाई करने के बाद अधिक समय तक भंडारण करके ज्यादा लाभ कमा सकते है

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

रोडवेज कार्यशालाओं का निजीकरण और दग्गामार खिलाफ अवध डिपो में जोरदार धरना प्रदर्शन

रोडवेज कार्यशालाओं का निजीकरण और दग्गामार खिलाफ अवध डिपो में जोरदार धरना प्रदर्शन रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के सभी पदाधिकारी मौके पर रहे मौजूद तबरेज़...

राजपुर कला सहकारी समिति स्थित पटपरागंज में किसानों को खाद न मिलने से किसानों ने उच्च अधिकारियों को फोन कर सूचना दी

अवधेश सिंह बरेली मंडल प्रभारी राजपुर कला/अलीगंज---ब्लॉक मझगवां के ग्राम राजपुर कला सहकारी समिति के सचिव धर्मवीर यादव की व्यवस्था फेल होने से कुछ ग्रामीणों...

मां पूर्वी देवी मंदिर जागरण समिति द्वारा 17 वाँ माँ भगवती का विशाल जागरण का आयोजन किया।

मो.फारुक ब्यूरो चीफ उन्नाव। पुरवा/उन्नाव(दैनिक अमर स्तम्भ) मिर्रीकला गांव में मां पूर्वी देवी मंदिर जागरण समिति द्वारा 17 वाँ माँ भगवती का विशाल जागरण का...

Related Articles

रोडवेज कार्यशालाओं का निजीकरण और दग्गामार खिलाफ अवध डिपो में जोरदार धरना प्रदर्शन

रोडवेज कार्यशालाओं का निजीकरण और दग्गामार खिलाफ अवध डिपो में जोरदार धरना प्रदर्शन रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के सभी पदाधिकारी मौके पर रहे मौजूद तबरेज़...

राजपुर कला सहकारी समिति स्थित पटपरागंज में किसानों को खाद न मिलने से किसानों ने उच्च अधिकारियों को फोन कर सूचना दी

अवधेश सिंह बरेली मंडल प्रभारी राजपुर कला/अलीगंज---ब्लॉक मझगवां के ग्राम राजपुर कला सहकारी समिति के सचिव धर्मवीर यादव की व्यवस्था फेल होने से कुछ ग्रामीणों...

मां पूर्वी देवी मंदिर जागरण समिति द्वारा 17 वाँ माँ भगवती का विशाल जागरण का आयोजन किया।

मो.फारुक ब्यूरो चीफ उन्नाव। पुरवा/उन्नाव(दैनिक अमर स्तम्भ) मिर्रीकला गांव में मां पूर्वी देवी मंदिर जागरण समिति द्वारा 17 वाँ माँ भगवती का विशाल जागरण का...