मनेन्द्रगढ के पूर्व हल्का पटवारी और राजस्व निरीक्षक का कारनामा
आया समाने विषेश सूत्रो द्वारा बतलाया गया कि खसरा नंबर 202 / 12 और 202 / 18 कि भूमि रोड से लगी हुई थी वर्ष 2012 में श्रीमती सरकार के द्वारा मधुसुदन पोद्दार को पंजीयन बैनामा किया गया है और उसकी लाल स्याही से चिन्हांकित चौहद्दी नक्शा सौ से डेढ सौ मीटर पीछे 202/11 के अंश भाग पर बना दिया गया और पंजीयन बैनामा करा दिया गया जबकि वार्ड नंबर 20 के मेन रोड से लगा हुआ भूमि खसरा नंबर 202/12 और 202/18 था लेकिन पूर्व के हल्का पटवारी राम प्रताप सिंह और पूर्व के राजस्व निरीक्षक अशोक सिंह के द्वारा उसकी लाल स्याही से प्रतिहास्तक्षरित चौहददी नक्शा बनाया गया जबकि सन 1978-79 के खसरा पंचसाला में साफ-साफ लिखा हुआ है 202 / 12 एवं 202 / 18 में पुराना मकान और बाड़ी स्थित था क्योंकि 2001 मे श्री मति सरकार और लीलादेवी अग्रवाल का प्रकरण व्यवहार न्यायलय में चल रहा था उसमे बेनीभूषन सरकार ने व्यवहार न्यायालय में एक शपथ पत्र प्रस्तुत किया था और बताया कि 202/12 मे पुराना मकान और 202/18 में बाड़ी स्थित है और पिछले 36 वर्षों से श्रीमती सरकार उसमे कबीज है और उसी शपथ पत्र के आधार श्री मति सरकार को डिग्री भी प्राप्त हुई लेकिन श्रीमती सरकार और उसके पुत्र नारायण सरकार और राजस्व निरीक्षक और हल्का पटवारी के साथ मिलकर छल कपट करते हुए दूसरे कि भूमि कि लाल स्याही से चिन्हांकित कर चौहद्दी नक्शा बनाकर श्रीमती सरकार की भूमि बताकर के पंजीयन बैनामा करा दिया गया ऐसा पहली बार नहीं हुआ है श्रीमती सरकार और नारायण सरकार के द्वारा 11 पंजीयन बैनामा किया गया है और दूसरे की भूमि का लाल स्याही से चिन्हाकित कर चौहद्दी नक्शा बनवाकर पंजीयन बैनामा करा दिया गया श्री मति सरकार और नारायण सरकार मां बेटे हैं नारायण सरकार तहसील कार्यालय में चार पांच वर्षों से वसूली भृत्य पे पदस्थपित हैं और साथ ही राजस्व विभाग मैं नारायण सरकार की अच्छी खासी पकड़ है और नारायण सरकार को राजस्व का अच्छा खासा संरक्षण भी प्राप्त है इसी वजह से यह मुमकिन काम संभव हो पाया है। यही प्रतिक्रिया आज भी चल रही है श्री मति सरकार और नारायण सरकार के ऊपर राजस्व न्यायलय में कितने प्रकरण दर्ज है उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती क्योंकि पूर्व के राजस्व निरीक्षक आज के प्रभारी तहसीलदार अशोक सिंह खानापूत्ती कर लेते है और पुराने सम्बंध भी है तो कहा से कार्यवाही होगी । और इन सब में बहुत से लोगों का हित प्रभावित किया जा रहा है।
उपकार केशरवानी जिला प्रमुख एमसीबी/कोरिया