जे पी शर्मा / स्थानीय संपादक , दैनिक अमर स्थम्भ
देवस्थान विभाग के इस आदेश ने राजस्थान सरकार को बताया ब्राह्मण विरोधी
जयपुर राजस्थान।बांदीकुई हाल ही में देवस्थान विभाग द्वारा करीब दो दर्जन मंदिरों में पुजारियों की भर्ती निकाली गई है जिसके देवस्थान विभाग द्वारा आदेश जारी किए गए । मंदिर पुजारियों की इस भर्ती में ब्राह्मणों के साथ अन्य वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जानी है जिसका समस्त ब्राह्मण समाज पुरजोर विरोध करता है और इस तरह की नियुक्तियों को और देवस्थान विभाग द्वारा दिए गए आदेशों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद के पूर्व दौसा जिला अध्यक्ष नेहा चतुर्वेदी ने अरनिया गांव में एक सामाजिक कार्यक्रम में शिरकत करने के दौरान समाज के लोगों के बीच यह बात कही । नेहा चतुर्वेदी ने कहा की इन नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से रद्द नहीं किया गया तो इस मांग को लेकर ब्राह्मण समाज और देश भर में आंदोलन करेगा और सड़कों पर उतरने को मजबूर होगा । साथ ही देवस्थान विभाग द्वारा निकाले गए यह आदेश ब्राह्मण समाज के विरोध में है । जिसका विरोध राजस्थान सरकार को आने वाले चुनाव में देखने को भी मिलेगा । कार्यक्रम के दौरान नेहा चतुर्वेदी ने देवस्थान विभाग के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने न केवल सदियों से चली आ रही परंपरा को तोड़ा बल्कि ब्राह्मण समाज के विरोध में यह आदेश जारी किए हैं । उन्होंने कहा कि आखिर राजस्थान सरकार ब्राह्मणों के खिलाफ इस तरह के आदेश जारी कर क्या साबित करना चाहती हैं । सदियों से मंदिरों में ब्राह्मण समाज का व्यक्ति ही पूजा करता आ रहा है लेकिन राजस्थान सरकार ने तो इस तरह के आदेश जारी कर ब्राह्मण विरोधी का अपनी सरकार पर ठप्पा लगाने का काम किया है । मैं राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री और इस सरकार में बैठे ब्राह्मण नेताओं से कहना चाहती हूं कि आखिर आपकी सरकार ब्राह्मणों का हक क्यों छीनना चाहती है । राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री और जादूगर कहे जाने वाले गहलोत साहब इस आदेश को वापस कराएं और सभी मंदिरों में पुजारियों को ही पूजा के लिए नियुक्ति दी जाए ।
देवस्थान विभाग के आदेश का ब्राह्मण समाज पुरजोर विरोध करता है और आदेश निरस्त नहीं होंगे तो इसका बड़े स्तर पर आंदोलन के माध्यम से विरोध किया जाएगा ।