*लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी यूपी में ठाकुरों की नाराज़गी ने बीजेपी की मुसीबतें बढ़ा दी है*
जलेसर संवाददाता दैनिक अमर स्तम्भ की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी यूपी में ठाकुरों की नाराज़गी ने बीजेपी की मुसीबतें बढ़ा दी है. ठाकुर आमतौर पर बीजेपी का कोर वोटर रहा है, ऐसे में उनके गुस्से को लेकर बीजेपी सतर्क हो गई है.डैमेज कंट्रोल के लिए खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है. बुधवार को सीएम योगी ने मेरठ के ठाकुर चौबीसी में सभा की और एकता का संदेश दिया.
मुजफ्फरनगर में एक ओर जहां संगीत सोम और संजीव बालियान के बीच विवाद को लेकर ठाकुर चौबीसी की नाराज बताई जा रही है, तो वहीं महाराजा मिहिर भोज की विरासत और ठाकुर प्रतिनिधियों को तवज्जों न दिए जाने से ठाकुरों में नाराज़गी है. पश्चिमी यूपी में पिछले कुछ दिनों में सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद समेत कई जगहों पर ठाकुरों ने पंचायत का आयोजन कर चुनाव के बहिष्कार तक का एलान कर दिया.
सीएम योगी ने दिया एकता संदेश
बीजेपी को जैसे ही ठाकुरों की नाराजगी की भनक लगी पार्टी सतर्क हो गई. सीएम योगी आदित्यनाथ खुद ठाकुरों में मनाने में जुट गए. बुधवार को सीएम योगी ठाकुरों को मनाने के लिए मेरठ के ठाकुर चौबीसी पहुंचे जहां उन्होंने सभा कर एकता का संदेश दिया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान इशारों-इशारों में कहा कि “मैं सरधना चौबीसी इसलिए आया है कि लोग आपको गुमराह करने आएंगे, बरगलाने आएंगे लेकिन आपको उनके बहकावे में नहीं आना है. सीएम योगी ने कहा विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि गुमराह करने वालों ने ही संगीत सोम-संजीव बालियान को जेल में डाला था.”
योगी आदित्यनाथ ने कहा, व्यक्तिगत मतभेद हो सकता है लेकिन देश और राष्ट्रधर्म सबसे ऊपर कुछ नहीं होता. चुनने की जरूरत आई तो हम राष्ट्रधर्म को चुनेंगे. देश और राष्ट्र धर्म से बढ़कर कोई नहीं होता है. ये वीरों की धरती है वीर कायरता नहीं दिखाते हैं. जनता सिर्फ BJP का चुनाव चिह्न देखे, BJP को जिताए. किसी और के बहकावे में आने की जरुरत नहीं है. सीएम योगी ने इस दौरान अपनी बात भी जय श्री राम के नारे के साथ खत्म की.