मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : कलेक्टर डी राहुल वेंकट ने जनपद पंचायत सदस्य मकसूद आलम को जनपद सदस्य के पद से हटा दिया है.मकसूद आलम की शिकायत भरतपुर सोनहत विधायक प्रतिनिधि रवि गुप्ता ने कलेक्टर से की थी.
क्या थी शिकायत – आपको बता दें कि मनेन्द्रगढ़ जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 2 केलुआ में मकसूद आलम जनपद सदस्य थे. जनपद सदस्य रहते हुए मकसूद आलम अपने ही फर्म से लाखों रुपए का मटेरियल सप्लाई कर रहा था. जिसकी शिकायत विधायक प्रतिनिधि रवि गुप्ता ने वर्ष 2021 में कलेक्टर कोरिया से की थी. लेकिन कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक गुलाब कमरो का प्रतिनिधि होने के कारण मकसूद आलम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.सरकार बदली हो गई कार्रवाई : छत्तीसगढ़ में जब सरकार बदली और बीजेपी सत्ता में आई तब विधायक प्रतिनिधि ने फिर इस मामले की शिकायत मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर से की .इस बार कलेक्टर ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की जांच करवाई.जांच के बाद जब मामला सही मिला तो मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर कलेक्टर डी राहुल वेंकट ने पंचायती राज अधिनियम की धारा 40 (1) के तहत मकसूद आलम को जनपद सदस्य पद से तत्काल हटा दिया.विधायक प्रतिनिधि ने की थी शिकायत : शिकायतकर्ता विधायक प्रतिनिधि बीजेपी नेता रवि गुप्ता ने इस मामले में बताया कि उन्हें क्षेत्र की जनता से लगातार शिकायतें मिल रही थी. जनपद सदस्य मकसूद आलम अपने पद का दुरुपयोग करके पंचायतों में दबाब बनाकर खुद मटेरियल सप्लाई करके लाभ अर्जित कर रहा है.
”2021 में कलेक्टर कोरिया को शिकायत की थी. लेकिन उस वक्त प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के कारण और मकसूद आलम के जनपद सदस्य होने के साथ ही पूर्व विधायक गुलाब कमरो के प्रतिनिधि होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब प्रदेश में विष्णुदेव साय के सुशासन की सरकार है और भ्रष्टाचरियों पर लगातार कार्रवाई हो रही है.” रवि गुप्ता, विधायक प्रतिनिधि
आपको बता दें कि इस बारे में अभी तक मकसूद आलम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.लेकिन जिस तरह से प्रशासन की ओर से जांच की गई है,उसमें मकसूद आलम को दोषी पाया गया.लेकिन यदि यही कार्रवाई कांग्रेस शासन में हो गई होती तो शायद भ्रष्टाचार कम होता।
उपकार केशरवानी