अवधेश सिंह मंडल ब्यूरो दैनिक अमर स्तंभ
बरेली। बुधवार को मीरगंज क्षेत्राधिकारी डॉ.दीपशिखा अहिबरन सिंह को क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना मिली जिसके बाद उन्होंने पुलिस टीम के साथ मौके पर जाकर जांच की तो वहां मिट्टी से भरे ट्रैक्टर ट्रॉली और जेसीबी मिले डीएसपी दीपशिखा ने विधिक प्रक्रिया का पालन कर कार्यवाही करते हुए ट्रैक्टर ट्रॉली व जेसीबी को सीज कर दिया, वहीं जब मिट्टी के संबंध में परमिशन और अन्य कागजात मांगे गए तो भट्ठा संचालक रिफाकत अली ने कागजात नहीं दिखाये और ना ही वे मीरगंज थाने गए बल्कि पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाने के उद्देश्य से क्षेत्राधिकारी के विरुद्ध धमकी और रिश्वत जैसे गलत आरोप लगाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान से शिकायत कर दी फिलहाल मामले की जांच पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दक्षिणी मानुष पारीक द्वारा की जा रही है।
साथ ही आपको बता दें की मिट्टी कार्य या खनन मामले में माफिया बिना परमिशन सभी नियम कानूनों को ताक में रखकर अवैध खनन कर रहे हैं। परमिशन किसी के पास नहीं क्योंकि मिट्टी खनन के लिए ऑनलाइन परमिशन की भी व्यवस्था शासन द्वारा की गई है परंतु माफिया तहसील स्तर से कच्ची परमिशन बनवाने के बाद एक परमिशन पर दिन रात 8 से 10 ट्रैक्टर ट्रॉली उपयोग कर अवैध खनन करते हैं।
साथ ही मिट्टी खनन हेतु पर्यावरण विभाग लखनऊ से एनओसी लेनी होती है तथा खनन के लिए शासन द्वारा मानक तय किए गए हैं परंतु माफियाओं का इन मानकों से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं।
पुलिस पर रिश्वत का आरोप कोई नई बात नहीं बीते सप्ताह फर्रुखाबाद में खनन माफियाओं द्वारा एक पुलिसकर्मी के ऊपर ट्रैक्टर तक चढ़ा दिया गया पूरे प्रदेश भर में खनन माफियाओं ने आतंक मचा रखा है।