पप्पू यादव (ब्यूरो प्रमुख) यूपी
कानपुर (अमर स्तम्भ) / कानपुर नगर के किदवई नगर 133/43 ओ ब्लॉक निवासी आनंद कुमार ने बताया कि उनकी संपत्ति का मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है तथा हाई कोर्ट के द्वारा स्टे भी यथा स्थिति बनाए रखने के लिए दिया गया है। हम लोग माननीय न्यायालय के आदेश का विधिवत पालन कर रहे हैं। शुक्रवार को कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के द्वारा जबरन अपने विभाग के सदस्यों तथा पुलिस बल के साथ उनके मकान को ध्वस्त कर दिया गया जो न्याय संगत नहीं है। पीड़ित परिवार ने कहा कि बरसात का मौसम है ऐसे में अपनी बुजुर्ग दादी और परिवार के बच्चों महिलाओं को कहां लेकर जाए मेरा कोई आसरा नहीं है। परिवार दर दर भटकने को मजबूर है।पीड़ित परिवार ने बताया कि वह काफी निर्धन है तथा उनकी संपत्ति एक सदी से ज्यादा के समय की है। जब उनके परदादा लगान दिया करते थे। पीड़ित परिवार ने थाना प्रभारी से लेकर पुलिस कमिश्नर तक शिकायत की है लेकिन उसको कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है। सूत्रों की माने तो किदवई नगर के इस मोहल्ले का एक व्यक्ति ऐसा है जिसका कई प्लाटों पर कब्जा है उसकी निगाह भी इस प्लाट पर लगी हुई है वह अपने किसी नजदीकी को यह प्लांट दिलाना चाहता है लोगों के बीच यह भी चर्चा है कि तथा कथित व्यक्ति की के डी ए में शानदार सेटिंग है जिसके चलते उसे एरिया के गरीबों की बस्ती उजड़वा कर खुद कब्जा कर लेता है और अच्छे दामों पर प्लाटों को बेच लेता है लोग यह भी कहते सुने गए कि इसकी संपत्ति की जांच भी होनी चाहिए। केंद्र एवं राज्य सरकार समाज के उत्थान के लिए हर व्यक्ति को छत देना चाहती है ऐसे में शासन के आदेश की धज्जियां उड़ा कर कथित लोग जमीनों पर कब्जा कर मालामाल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को मकान दिए जा रहे हैं वही गरीबों की झोपड़िया तथा मकान उजाड़े जा रहे हैं। पीड़ित का आरोप है कि कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने अदालत का कोई आदेश भी नहीं दिखाया कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने मकान को किस आधार पर गिराया पीड़ित को इसका कोई कारण भी नहीं बताया गया। पीड़ित ने कानपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों पर भी कार्यवाही की मांग की है।