एस एस पी एवं जिलाधिकारी ने सुनी जन समस्याएं समस्त विभाग के अधिकारियों सहित प्रशासनिक कर्मचारी रहे उपस्थित
रवेन्द्र जादौन दैनिक अमर स्तम्भ
एटा/जलेसर- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जलेसर तहसील सभागार में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 51 शिकायतें दर्ज की गयी हैं।जिनमें से 19 राजस्व विभाग, 08 पुलिस विभाग, 05 विकास विभाग, 03 चकबन्दी विभाग, 03 विद्युत विभाग, 04 नगर पालिका परिषद, 01 स्वास्थ्य विभाग, 03 खाद्य एवं आपूर्ति विभाग एवं 5 शिकायत पत्रों का निस्तारण मौके पर ही करने में जिलाधिकारी को सफलता हासिल हुई। शेष 46 शिकायत पत्रों का निस्तारण करने हेतु सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। वहीं नगवाई के
विद्युत आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे विद्युत उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना देखना पड़ रहा है। तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत नगवाई निवासी एक विद्युत उपभोक्ता महेश चन्द्र द्वारा गत माह में ओ०टी०एस०योजना के तहत सारा विद्युत बिल जमा कर दिया गया था लेकिन दो माह बाद विद्युत निगम द्वारा भेजे गए बिल में माफ की गई बिल राशि जोड़कर बिल जारी कर दिया गया है। विद्युत निगम की इस कारगुजारी को लेकर उपभोक्ता परेशान है उपभोक्ता इस विभागीय लापरवाही को सही कराए जाने के लिए अधिकारियों के पास दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। उपभोक्ता ने डीएम एवं अधीक्षण अभियंता से विभाग के लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है वहीं पीड़ित ने शनिवार को तहसील समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में क्षेत्र के गांव नगवाई निवासी पीड़ित उपभोक्ता महेश चंद्र द्वारा दिए गए शिकायती पत्र में बताया गया है कि उनका एक घरेलू विद्युत संयोजन संख्या 4179 81 3898 का बिल ओटीएस योजना के अंतर्गत जमा कर दिया गया था जो पेटीएम के माध्यम से 30/05/2024 तक पूरा बिल जमा करता रहा है। अब कोई धनराशि बकाया नहीं है लेकिन 11 अगस्त 2024 को ₹4529 रू का बिल जारी कर दिया गया है जो कि सरासर गलत है।उपभोक्ता बिल संशोधन हेतु अधिकारियों के कार्यालय के कई चक्कर लगा चुका है लेकिन अभी तक बिल संशोधित सही नहीं किया गया है। उपभोक्ता उदास मन से जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत हो कर न्याय के लिए पहुंच तो जिलाधिकारी ने सम्बधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर गुणवत्ता पूर्ण निस्तारण हेतु आदेश जारी कर दिये हैं। अब देखना यह है कि इन आदेशों को धरातलीय जामा पहनाया जायेगा रा यों ही ठण्डे बस्ते में डाल दिया जायेगा।