*दावा गठबंधन का, लेकिन तैयारी अलग-अलग,उपचुनाव को लेकर सपा-कांग्रेस में क्या चल रहा है*
लखनऊ।उत्तर प्रदेश में जल्द ही दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।उपचुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अभी कोई स्थिति स्पष्ट होती नहीं दिख रही है।समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई है।दोनों ही पार्टियों के नेता इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने की बात तो कह रहे हैं, लेकिन अलग-अलग चुनावी तैयारियों में भी जुटे हैं।जहां एक ओर कांग्रेस ने अपने सभी 6 सांसदों को मैदान में उतार कर उपचुनाव वाली सीटों पर प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है तो वहीं सपा ने भी संभावित प्रत्याशियों को चुनावी तैयारियों में जुटने के संकेत दे दिए हैं।
जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं वहां रविवार से कांग्रेस ने संविधान सम्मान सम्मेलन का आगाज कर दिया।कांग्रेस का पहला सम्मेलन रविवार को प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट पर हुआ,हालांकि कार्यकर्ताओं में मारपीट की घटना के बावजूद कांग्रेस ने यहां भारी भीड़ जुटाकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया।
संविधान सम्मान सम्मेलन को मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना, अमेठी से सांसद किशोरी लाल शर्मा और इलाहाबाद से सांसद उज्जवल रमण सिंह ने संबोधित किया।
संविधान सम्मान सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में इन दिनों बीजेपी विरोधी लहर चल रही है। सभी दस सीटों पर कांग्रेस या समाजवादी पार्टी के नहीं बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे।
राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी अविनाश पांडेय ने इस मौके पर कहा कि उपचुनाव की सीटों को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच कोई मतभेद नहीं है।दोनों दलों के कार्यकर्ता और समर्थक सभी सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताने का काम करेंगे।अविनाश ने दावा किया कि सियासी माहौल बीजेपी के खिलाफ और इंडिया गठबंधन के पक्ष में हैं।लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यक को बराबरी का दर्जा दिलाने के लिए जिस तरह का संघर्ष किया है और जिस तरह से जातीय जनगणना के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है, उसे लोग काफी प्रभावित हैं।लोगों में केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार को लेकर जबरदस्त नाराजगी है।
इस सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और विधान मंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह लोकसभा चुनाव के दौरान का उत्साह बनाकर रखें।जनता के दुख दर्द में सक्रिय रूप से शामिल रहे।पार्टी नेताओं ने इस सम्मेलन में कार्यकर्ताओं के बीच आपसी मारपीट की घटना को समर्थकों का जोश और सामान्य घटना करार दिया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 10 में से सात सीटों पर संभावित प्रत्याशियों को तैयारी करने के संकेत दे दिए हैं। जबकि गाजियाबाद,मझवा और फूलपुर सीट को लेकर मंथन जारी है।सपा की तरफ से अयोध्या के मिल्कीपुर सीट से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद, कटेहरी से सांसद लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा, कुंदरकी से पूर्व विधायक रिजवान, खैर सीट से ओमपाल तो मीरपुर सीट से कदीर राणा का टिकट तय माना जा रहा है।सभी संभावित प्रत्याशियों ने तैयारी भी शुरू कर दी है।
कांग्रेस उपचुनाव में सपा से पांच सीटों की मांग कर रही है। जबकि सपा की तरफ से सात सीटों पर प्रत्याशी लगभग फाइनल हो चुके हैं।कहा जा रहा है कि अगर आने वाले दिनों में सीटों को लेकर बात नहीं बनी तो गाजियाबाद, मझवा और फूलपुर सीट पर भी प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। 8 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव का परिणाम आने के बाद प्रत्याशियों के नाम और गठबंधन को लेकर स्थित स्पष्ट होने की संभावना है।