एटा से रवेन्द्र जादौन की खास रिपोर्ट
किसानों के मध्य दुर्दशा का आलम यह है कि आलू और सरसों की बुआई चरम सीमा पर पहुंच गई हैं। सरकारी गोदामों पर खाद उपलब्ध न होने के कारण किसानों की धड़कने बढने लगीं हैं। ₹1350 की डीएपी ₹1600 में खरीदने के लिए मजबूर हो रहे है। किसानों के मध्य सरकार द्वारा संचालित कृभको व इफको उर्वरक केन्द्रों पर किसान परिवार सहित सुबह चार बजे से ही कतारबद्ध होकर खड़े हो जाते है। शाम तक खाद नहीं मिल सकी तो अगले दिन फिर वही आलम। नगर में स्थापित सादाबाद रोड पर कृभको बिक्री केन्द्र पर चिलचिलाती धूप में स्त्रियों के बीच मार पीट तक होने का वीडियो वायरल हो रहे हैं। दिन भर लाइन में लगे रहने के बाद भी खाद उपलब्ध न होने के कारण किसानों में त्राहि त्राहि मच रही है। क्षेत्रीय किसानों ने भारतीय किसान यूनियन (भानू) के जिला अध्यक्ष पंकज ठाकुर से इस बाबत बात चीत कर किसानों के दुःख दर्द में पहल कर खाद सम्बन्धी जानकारी जुटाने की कोशिश की। किसान नेता पंकज ठाकुर ने बताया कि हमारे क्षेत्र में किसान परेशान है। हमने अधिकारियों के मध्य उपस्थित हो कर वार्तालाप कर लिया है। ₹1350 की डीएपी कालाबाजारी के तहत बाजार में ₹1600-1700 में बिक्री हो रही है। अधिकारियों के संज्ञान में बात होने पर भी लगातार हो रही कालाबाजारी करने वालों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है। जिसके विरुद्ध 16/10/2024 उपनिदेशक कार्यालय कृषि विभाग एटा के समक्ष धरना प्रदर्शन किया जायेगा जो अनवरत जारी रहेगा जबतक किसानों को उनकी फसल के अनुसार डीएपी खाद उपलब्ध न हो जाय। किसानों से इस धरना प्रदर्शन में सहभागिता निभाने का सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा भी की है।