रिपोर्ट – राफे खान
दीदारगंज – आजमगढ़
दीदारगंज क्षेत्र में छठ पूजा को लेकर गुरुवार की शाम गांव के तालाबों, पोखरों पर बने पूजा स्थल पर शाम होते ही रौनक बढ़ने लगी। मौका अस्त होते को सूर्य को पहला अर्घ्य देने का था। सिर पर पूजा का डाला रखे पतियों के साथ पूजा स्थल पर पहुंचीं दीदारगंज क्षेत्र की व्रती महिलाओं ने पानी में खड़े रहकर सूर्यास्त होने तक भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देकर उनका विधि विधान से पूजन किया। शुक्रवार यानी आज उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर व्रत का पारण करेंगी। महापर्व के दिन गुरुवार शाम क्षेत्र के खरसहनकला, पल्थी, पुष्प नगर, खेतापट्टी, डीहपुर, कुशल गांव, आदि गांवों के पोखरों, तालाबों पर छठ पूजा स्थल पर महिलाओं का जुटना शुरू हो गया था। घर में तैयार प्रसाद ठेकुआ, चावल आटा के लड्डू, फल एवं पूजन सामग्री से भरा डाला सिर पर और कंधे पर गन्ने रखकर घर के लोग व्रती महिलाओं के साथ पूजा स्थल पर पहुंच गए। रास्ते भर महिलाएं परंपरागत गीत : जय हो सुरुज बाबा की…. दोहाई दीना नाथ… आपन अघ्र्य स्वीकार करीं देवता। आ पूरा करीं मनसा हमार, गीत गुनगुनाकर लोक मानस की आस्था से जुड़े सूर्य आराधना के महापर्व डाला छठ के पहला दिन दीदारगंज क्षेत्र की हजारों व्रती महिलाओं डूबते सूर्य को प्रथम अघ्र्य दान किया। और शुक्रवार को सूर्य भगवान से जल्द उदय की कामना करती रहीं। पूजा स्थल पहुंची महिलाओं ने पहले से तैयार वेदी पर पूजन सामग्री रखकर गन्ने गाड़े और नदी में दीपदान किया। इसके बाद पानी में खड़े रहकर डूबते हुए भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य देकर विधि विधान से पूजा अर्चना कर घर परिवार की सुख समृद्घि के लिए मंगलकामना की। इसके बाद घर लौट गईं। शांति व्यवस्था के लिए थाना अध्यक्ष दीदारगंज अखिलेश कुमार पुलिस फोर्स के साथ क्षेत्र के छठ घाट पर मौजूद थे।