एटा से रवेेन्द्र जादौन की खास रिपोर्ट
एटा/ जलेसर– आर्म रेसलिंग एक ऐसा खेल है जिसमें दो प्रतिद्वंद्वी एक दूसरे का सामना करते हैं और अपनी मुड़ी हुई कोहनी को टेबल पर रखते हैं। हाथों को मजबूती से पकड़ते हैं फिर वह प्रतिद्वंदी के हाथ को टेबल टॉप पर नीचे लाने का प्रयास करते हैं। उन्हें पिन करते हैं। इस खेल का इस्तेमाल अक्सर दो या दो से अधिक लोगों के बीच मजबूत व्यक्तियों को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। आर्म रैसलिंग एक पुराना खेल है जिसे 1950 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में पुनः जीवित किया गया था। जैसा कि इस कुश्ती को नाम दिया जाता है कलाई की कुश्ती। इस खेल का पुनः जीता जागता उदाहरण अब धीरे-धीरे नवयुवकों में आज कल दिखाई देने लगा है। इसी के तहत प्रदेश सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेकों कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए उन्हें अति शीघ्र संचालित करने के हेतु सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। बालक बालिकाओं में खेलों के प्रति जागरूकता लाने के लिए अनेकों कैंप कार्यक्रम ब्लॉक स्तर पर, तहसील स्तर, जनपद स्तर और उत्तर प्रदेश स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर खेलों के प्रति आकर्षण बढ़ाने की सिफारिश की है। धीरे-धीरे खेल जगत में प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों की संख्या में इजाफा होने लगा है। आर्म रैसलिंग के क्षेत्र में प्रतिभाग करने हेतु अनेकों प्रतिभागियों को आमंत्रित किया गया। ग्राम पंचायत फरीदपुर मोहब्बतपुरा में आर्म रैसलिंग का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें खिलाडियों ने 0-50 किग्रा ग्रुप में आजाद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया द्वितीय स्थान पर भूपेन्द्र द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर युवराज रहे। 50-60 किग्रा ग्रुप में सोहिब प्रजापति प्रथम,सोवित पंडित द्वितीय, धोनी तृतीय स्थान पर जीते। 60- 70 किग्रा ग्रुप में शनि यादव प्रथम, राहुल यादव द्वितीय, मोहन तृतीय स्थान पर जीते। 70+ किग्रा ग्रुप में प्रीत गिहारा प्रथम,अनिकेत गिहारा द्वितीय तथा वंश ने तृतीय स्थान पर जीत दर्ज की । गांव के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा मेडल पहनाकर सभी खिलाड़ियों का सम्मानित किया गया। शेष खिलाड़ियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान कर उन्हें आगामी कार्यक्रम में पूर्ण तैयारी के साथ सम्मिलित होने को निमंत्रण दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता रवेद्र जादौन एवं सहयोग करने वाले प्रवेन्द्र प्रजापति, गोखलेश प्रजापति एवं संपूर्ण ग्रामीणों ने सहयोग प्रदान किया। आगामी कार्यक्रम की भी घोषणा की गई। अगले सत्र में पूर्ण तैयारी के साथ प्रतिभागियों को अच्छा प्रोत्साहन देने हेतु सहभागिता पर भी बल दिया गया।