कथावाचक अशोक मिश्रा की कथा ने सभी का मन मोह लिया और पूरा प्रांगण भक्ति मय रस में गूंजायमान हो गया।
महेश प्रताप सिंह
कानपुर ब्यूरो (अमर स्तम्भ)। विनायकपुर स्थित लगभग 150 वर्ष पुराने मां मुंडेरी देवी मंदिर मे हर वर्ष की भांति मां मुंडेरी देवी मंदिर समिति एवं क्षेत्रीय भक्त जनों के सहयोग से श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन चल रहा है जिसका तीसरा दिन संपन्न हो चुका है। कथा 16 दिसंबर से प्रारंभ हुई थी जिसका समापन 23 दिसंबर को होगा उसके अगले दिन हवन एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।कथा सभी भक्तों को सरल कथा वाचक अशोक मिश्रा जी द्वारा सुनाई जा रही है। कथा के दौरान बीच-बीच में भजन गायक विकास तिवारी भी अपने गाए हुए भजनों से भक्तों का मन मोह रहे हैं। सरल कथा वाचक अशोक मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया की कथा के तीसरे दिन सभी भक्तों को जड़ भरत द्वारा राजा राहुगन को दिए गए उपदेश की चर्चा की गई।सात्विक राजस्व व तामस नरकों का वर्णन किया गया। नरक में जाने से बचने के भी उपाय बताए गए। देवगुरु बृहस्पति के द्वारा देवताओं का त्याग करने के बाद पर विश्व रूप को गुरु बनाकर दैत्य से अपना राज्य प्राप्त किया गया। वृत्तासुर के जन्म की कथा सुनाई गई। इंद्र द्वारा उसकी हत्या, मारुद गणों की उत्पत्ति और हिर्नाकश्यप की तपस्या, प्रहलाद के चरित्र, भगवान नरसिंह की प्राकट्य तथा प्रहलाद के राज्याभिषेक की चर्चा की गई।