छुरा (अमर स्तम्भ)- हिन्दुओं का रंगमहापर्व होली को शिक्षक मानस परिवार के सभी सदस्यों ने पारंपरिक रुप से मनाया।होलिका दहन में दानवराज हिरण्यकशिपु के षडयंत्र से भक्त प्रहलाद के बचने और होलिका के जलने की खुशी मनाते हुए तथा नव वर्ष के आगमन के पूर्व खुशी मनाते हुए नगाड़ों की थाप पर फाग गीत का आनंद लिया।संध्या बेला में सभी परिवार सहित लक्ष्मी विहार में इकट्ठा हुए व एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली पर्व की बधाई दी।महिलाओं ने भी एक दूसरे पर गुलाल लगाए बच्चों ने भी बड़ों को गुलाल लगाकर आशीर्वाद लिया। पश्चात होली के पारंपरिक वाद्ययंत्र नंगाड़ा मंजीरा बजाते हुए फाग गीतों गणपति ला मनाँव, मिथिला में राम खेलै होली, तोर गढ़ लंका राम आए, होली खेलें रघुबीरा अवध में, मुख मुरली बजाए, आमा तरी डोला ला उतार दे, फागुन महराज अब के गये ले कब अइहव, जाए के बेरा राम राम ले ले, आदि गाकर झुमते रहे। इस कार्यक्रम में विनोद कुमार देवांगन, हीरालाल साहू,मनहरण पटेल, पोषण लाल वर्मा, रामकुमार साहू ,कमलेश साहू ,पुखराज ठाकुर, डामिन साहू, उषा साहू, धनेश्वरी साहू, गुलाब बाई पटेल, खुशबूरानी, सिम्मी, मोनिका, सविता, कावेरी, देविका, भूमिका, प्रियंका, उपेन्द्र, अविनाश, गरिमा, कुणाल सिंह, कुणाल साहू, खुशी आदि सम्मिलित हुए। विनोद देवांगन, मनहरण पटेल, हीरालाल साहू मुख्य गायक वादक की भूमिका निभायी।अंत में सभी अपने अपने घरों से लाये मिठाई पकवान का सामुहिक रुप से आनंद लिया।