घर के पास मिल रहा मुफ्त इलाज और दवा, गरीबों के लिए तो वरदान है मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना
मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना से घर के पास ही मिल रही है मुफ्त ईलाज की सुविधा
स्लम क्षेत्र के लोगों को अब नहीं काटने पड़ते अस्पताल के चक्कर
गरियाबंद (अमर स्तम्भ)। – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शहरी क्षेत्र के स्लम इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों के लिए निःशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह योजना शुरू कर निम्न आय वर्ग के लोगों की सुध ली है। इस योजना से स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के माथे से चिंता की एक बड़ी लकीर मिट गयी है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के माध्यम से मोबाइल मेडिकल यूनिट जिले के अलग-अलग वार्डों में पहुंच कर लोगों का इलाज कर रही है।
इस योजना के तहत स्लम क्षेत्र के निवासियों के स्वास्थ्य की जांच, उपचार, दवा वितरण एवं स्वास्थ्य परामर्श सुविधा निःशुल्क दिया जा रहा है। यूनिट में ओपीडी, प्रयोगशाला जांच के साथ दवा वितरण और लैब में 41 प्रकार के स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध है। योजना के तहत डॉक्टर, नर्स,और अन्य मेडिकल स्टाफ एवं दवाईयों सहित मोबाईल मेडिकल यूनिट स्लम क्षेत्रों में पहुंच रही है।
नर्सिंग स्टाफ़ से बुलबुल प्रजापति ने बतलाया
इस योजना से वो मरीज़ भी मिल रहे है जो निजी ज़िंदगी में व्यस्तता के चलते अस्पताल जा नहि पाते और कई ऐसे भी मरीज़ है जिन्हें कोई अस्पताल ले जाने वाला नहि है हमारे साथ कार्य कर रहे स्टाफ़ की मदद से हम उन मरीज़ों को अपने मोबाइल मेडिकल यूनिट तक ला कर उनका इलाज करते है प्रतिदिन हम यहाँ 60 से 70 मरीज़ों का उपचार करते है,और साथ ही हमारी टीम के द्वारा स्वास्थ और सेहत हेतु बेहतर सुझाव भी दिया जा रहा है हमें बीमारी से लड्ना है जिसके लिए हमें आस पास सफ़ाई पर बेहतर ध्यान देना होगा जिसकी वजह से बीमारी उत्पन्न होती है, हमारी मोबाइल मेडिकल यूनिट टीम में टोटल 5 लोगों का स्टाफ़ है जिसमे एक एमबीबीएस डॉक्टर धनेशवर कुमार फ़ार्मा चंद्र हास साहू लैब टेकनिशन आशुतोष वैष्णव एक नर्स और एक मेडिकल स्टाफ़ जनक साहू साथ में कार्य करते है गरियाबंद के पूरे वार्ड भर्मण के बाद हमारी टिम अगले पड़ाव के लिए निकल जाएगी।
गरियाबंद नगरपालिका के वार्ड क्रमांक 15 शीतला पारा में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत लगाए गए शिविर में अपना ईलाज कराने आए लोकश विश्वकर्मा मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। प्राईवेट अस्पताल का खर्च वहन कर पाना उनके लिए मुश्किल है। शिविर में उनका ईलाज मुफ्त में हो गया। कहते हैं कि उन्हें अस्पताल के चक्कर भी नहीं काटने पड़े और ईलाज में कुछ खर्च भी नहीं करना पड़ा। श्रीमती मान बाई सागर को पिछले कुछ दिनों से कमजोरी महसूस हो रही थी। श्रीमती मान बाई सागर को हाई ब्लड प्रेशर और घुटने में दर्द था। श्रीमती रजनी बाई को हाथ पैर में झुनझुनी और कमजोरी की तकलीफ थी।शिविर में उन्हें दवाई के साथ टॉनिक भी दिया गया।
ये सभी लोग अपने उपचार के लिए अस्पताल तो जाना चाहते थे, लेकिन कार्य की व्यस्तता की वजह से नहीं जा पा रहे थी। इनके घर के पास जब मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंची तो इन सभी की बीमारी मानों दूर ही हो गई। मोबाइल मेडिकल यूनिट में मौजूद चिकित्सक और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने वार्ड के लोगों का स्वास्थ्य जांच कर उन्हें दवाइयां दी तो सभी को बीमारी से राहत मिली। पहले छोटी-छोटी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल न जा पाने वाले इन लोगों ने कई बार निजी अस्पताल का चक्कर भी काटा और अपने पैसे भी खर्च किए।भूपेश सरकार की यह योजना आमजनो के लिए काफ़ी लाभदायक साबित हो रही है ,
गरियाबंद शहर के विभिन्न वार्डों में योजना के तहत लगने वाले शिविरों में सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी बीमारियों का निःशुल्क ईलाज कराने पहुंच रहे हैं। मुफ़्त इलाज और दवा ले रहे है लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हृदय से आभार भी व्यक्त किया।