अधिकारियों प्रधानों की सांठगांठ से सफाईकर्मियों की लापरवाही गांवों में ठप सफाई
सामान्य व पिछड़े वर्ग के सफाई कर्मी घर बैठे कागजों पर निभाते जिम्मेदारी
राजस्व गाँव 93 मे 89 सफाई कर्मियों की नियुक्ति है
सहार/औरैया। शासन द्वारा यूं तो गांवों की सफाई के लिए सफाई कर्मियों की भारी-भरकम फौज तैनात की गई है लेकिन अधिकांश सफाई कर्मी संबंधित अधिकारियों व प्रधानों की सांठगांठ से सफाई कार्य से मुंह मोड़ कर ब्लाक कार्यालयों अधिकारियों प्रधानों के आवासों की सफाई व उनके निजी कार्यों तक सीमित नजर आ रहे हैं जिससे सफाई के अभाव में गांवों में संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका से ग्रामीण भयभीत है। यूं तो शासन द्वारा गांवों में सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कराने की मंशा से बिधूना तहसील के विकास खण्ड सहार की प्रत्येक गांव पंचायत में सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है किसी किसी ग्राम पंचायत में तो दो कर्मचारी तक हैं किंतु ब्लॉक अधिकारियों व प्रधानों की सांठगांठ से अधिकांश सफाई कर्मी गांवों में सफाई न करके ब्लाक कार्यालयों अधिकारियों व प्रधानों के आवासों की सफाई व उनके अन्य निजी काम निपटाने तक सीमित बने नजर आ रहे। सबसे दिलचस्प और गौरतलब बात तो यह भी है कि सफाई कर्मियों की इस फौज में तमाम सामान्य व पिछड़े वर्ग के लोग भी शामिल हैं लेकिन संबंधित अधिकारियों व प्रधानों की मेहरबानी से वह कभी भी स्वयं संबंधित गांवों में सफाई करने नहीं जाते और जब कभी उनके द्वारा गांवों में सफाई की खानापूर्ति की भी जाती है तो वह किसी प्राइवेट सफाई कर्मी को भेजकर और उसे दिहाड़ी मजदूरी देकर अपनी जिम्मेदारी निभा लेते है। यही नहीं अपनी तीन तिकड़म की बदौलत सफाई कर्मी की नौकरी हासिल कर 30 हजार से 35 हजार रुपए तक मासिक सरकारी भुगतान लेने के बावजूद कोई भी सामान्य व पिछड़े वर्ग का कर्मचारी आज तक किसी गांव में स्वयं सफाई करता नजर नहीं आया लेकिन संबंधित अधिकारियों व प्रधानों की नजर में सब कुछ ठीक-ठाक है। जनचर्चा तो आम यह है कि संबंधित ब्लाक अधिकारियों व प्रधानो द्वारा अधिकांश नाकारा सफाई कर्मियों से मासिक सुविधा शुल्क वसूली जा रही है शायद इसी कारण इस पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। गांवों में सफाई व्यवस्था छिन्न-भिन्न रहने नाले नालियां कीचड़ और गंदगी से बजबजा रही हैं वही सड़कों गलियों व सार्वजनिक स्थानों पर जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं ऐसे में ग्रामीण संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका से भयभीत।वही विकास खण्ड सहार में करीब आधा दर्जन सफाई कर्मी साहब की जी हुजीरी मे लगे रहते है ग्राम पंचायत बहादुरपुर में जिस सफाई कर्मचारी की नियुक्ति है उसे तो आज तक देखा ही नही गया एडियों पंचायत विजय कुमार ने बताया कि डी पी आर ओ कार्यलय को अनुपस्थिति भेजी जाती है बाबजूद इसके कोई कार्यवाही नही होती है इस संबंध में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी लवगीत कौर का कहना है कि जल्द मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई होगी।