रिपोर्ट – अमन त्रिवेदी
औरैया:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बदले तेवर को देखते हुए प्रशासनिक अमला पहले से ज्यादा अलर्ट हो गया है। किसी गलती पर कोई कार्रवाई न हो, इससे पहले सुध लेनी शुरू कर दी गई। तहसील से लेकर ब्लाक कार्यालयों का दौरा जिलाधिकारी द्वारा किया जा रहा है। यहां पर गोशालाओं से लेकर फरियादियों से जुड़े महकमों तक वह पहुंच रहे। शनिवार को बिधूना तहसील का निरीक्षण करते समय उन्होंने एसडीएम व राजस्व कर्मियों से कहा कि यदि चक्कर लगाते फरियादी मिले तो कार्रवाई तय है।
जिलाधिकारी प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव का मुआयना बिधूना तहसील में दोपहर करीब 12 बजे रहा। परिसर में गंदगी मिली। अभिलेख भी दुरुस्त नहीं मिले। जिसे गंभीरता से लेते हुए उन्होंने नाजिर को निशाने पर लिया। एसडीएम लवगीत कौर को भी चेतावनी दे डाली। कहा कि शासन की मंशा के तहत ही सारे कार्य होने चाहिए। मनमानी नहीं चलेगी। फरियादियों को सुना जाए। उनका फीडबैक भी लें। समस्या दूर हुई कि नहीं। यह जांच अधिकारी से पूछते हुए स्वयं ही एक बार खंगाले कि सब ठीक है या नहीं। जिलाधिकारी के इस रुख को देख तहसील में खलबली रही। कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों के चेहरे का रंग उड़ा रहा। इस बीच उन्होंने निर्देश दिए कि दिवंगत कर्मियों के अभिलेखों को दुरुस्त करते हुए उनके स्वजन को सहायता राशि समय रहते मुहैया कराई जाए। जाते समय एक बार फिर से चेतावनी दी कि आदेशों का असर देखने के लिए औचक मुआयना किया जाएगा।