उपकार केसरवानी ज़िला संवाददाता एमसीबी
पार्षद बनने के बाद मैंने आज तक लगभग 150 से ज्यादा लोगो के राशनकार्ड बनवाये परंतु इस सविता नाम कि महिला का जो पेशे से रेजा का काम करती है
इसका पति कुली का काम करता था परंतु पैर में गंभीर चोट लगने की वजह से वो अब चल नही पा रहा है और न ही कुछ काम कर पा रहा है और आगे भी कोई उम्मीद नही दिखती
सविता के ऊपर बच्चो के अलावा पति कभी जिम्मा है जो वो उसको पूरी तरह निभा भी रही है
मुझे आज बहोत ज्यादा खुशी तब मिली जब मैंने उसे उसका राशनकार्ड आज उसके घर पहुचकर दिया
इन ढाई सालो के अपने पार्षदी मे मैने 5 से 6 बार उसका फॉर्म भरकर खाद्य विभाग को भेजा पर हर बार उसके पति का नाम कही और जुड़े होने की वजह से हर बार वह वापिस आ जाता था
मैं चाहता था कि इसका राशनकार्ड जल्दी बनवा दु पर वह बार बार वापिस आ जाता था
लेकिन बोलते हैं कि मेहनत करने वालों की कभी हार नही होती
अंततः आज उसका राशनकार्ड बन गया है
अब कम से कम जो पैसे वो कमाती है वो अपने बच्चों की परवरिश और अपने पति के इलाज मे खर्चा कर सकती है
और बहोत जल्द उसको शासन की योजना के अंतर्गत फ्री वाला गैस चूल्हा भी मिल जाएगा और आगे मेरा यह भी प्रयास होगा कि जो भी शासन की योजना से उसको जो लाभ मिल सके और में एक पार्षद और इंसानियत के नाते उसकी जो मदद कर सकू वह में करुंगा