कोरबा। कटघोरा वन मंडल के पसान रेंज में मौजूद हाथियों के दल ने जहां भय फैला रखा है वहीं पिछली रात लगभग 17 हाथियों का दल 4 बच्चों सहित पिकनिक स्थल झोरा पहुंच गया।
नगर पंचायत छुरीकला क्षेत्र से लगे ग्राम झोरा में पहुंचे हाथियों के दल ने कोई जनहानि तो नहीं की और मकानों को नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन ग्रामीणों के बाड़ी और खेत में फसलों को नुकसान जरूर पहुंचाया है। रात करीब 9-10 बजे के मध्य पहुंचे हाथियों की चिंघाड़ सुनकर ग्रामीणों की नींद उचट गई और भय मिश्रित कौतूहल का आलम रहा। हाथियों को गांव की तरफ आने से रोकने के लिए ग्रामवासी मुस्तैद रहे।हालांकि हाथियों ने गांव की तरफ रुख नहीं किया लेकिन गांव में मौजूद खेत और बाडिय़ों में दस्तक देकर भूख शांत की। सुबह-सुबह हाथियों का दल वापस जंगल की ओर लौटा तो ग्रामीणों ने राहत महसूस की। हाथियों के इस तरह आगे बढ़ते जाने और नगरीय क्षेत्र से लगे गांवों में दस्तक देने से हालात चिंताजनक बने हुए हैं। इससे पहले कोरबा शहर के भीतर हाथियों की दस्तक हो चुकी है। हाथियों के आने-जाने को जंगल में ही थाम सकने में वन विभाग नाकाम साबित हो रहा है। हाथियों के रहवास, उनके भोजन-पानी की व्यवस्था के लिए लाखों-करोड़ों रुपए फूंके तो जा रहे हैं लेकिन इनसे विकास हाथियों के रहवास और भोजन-पानी का नहीं बल्कि चंद लोगों का ही होता आ रहा है। अधिकारियों के पास कोई ठोस कार्ययोजना,दूरदर्शी निर्णय नहीं होने तथा इस समस्या को अब एक आम समस्या की तरह देखे जाने के नजरिए के कारण समाधान होता नहीं दिख रहा है।