संदीप यादव संवाददाता
आजमगढ़ (अमर स्तम्भ) / जीवित्पुत्रिका के पावन पर्व पर रविवार को नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र आस्था के रंगों में रंगे रहे। कोरोना काल के बाद पहली बार उत्साहित व्रती महिलाओं द्वारा नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व को श्रद्धा पूर्वक मनाया गया।इस दौरान माताओं ने कठोर निर्जला व्रत रखकर पुत्रों के दीर्घायु होने की कामना किया। क्षेत्र के बरदह थाना के अंतर्गत जाखावा गांव में डिहबाबा स्थान एवं सार्वजनिक स्थलों पर भारी भीड़ रही। देर शाम तक व्रती माताओं ने पूजा अर्चना के बाद जीवित्पुत्रिका की कथा सुनकर पुत्र की दीर्घायु होने की कामना किया। माताओं ने गाजे बाजे के साथ पूजा स्थलों पर पहुंची। गांव के डिहबाबा स्थान समेत अन्य जगहों पर व्रती माताओं के पहुंचने का सिलसिला 4:00 बजे दिन से ही शुरू हो गया। शाम होते ही पूजा स्थलों पर भारी भीड़ जुट गई जहाँ पर श्रद्धालु महिलाओं ने पूजा अर्चना शुरू कर दिया। पूजा स्थलों पर निराजल व्रती माताओं के साथ कथा सुनने वालों की भारी भीड़ रही। इस मौके पर व्रती माताओं ने कथा सुनी और पुत्र की लंबी आयु और सुख समृद्धि की भी कामना की। महिलाओं के आस्था पर निर्जल होने का कोई असर नहीं दिखाई दिया ।व्रती महिलाएं अपने पुत्र के दीर्घायु होने के लिए प्रार्थना की और कथा सुनी। इस प्रकार पूरे क्षेत्र में रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत की धूम रही।