मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
टीकमगढ़। (दैनिक अमर स्तंभ) पितृपक्ष के अंतिम दिन 25 सितंबर को पितृ मोक्ष अमावस्या होगी । यह दिन पितरों की विदाई का भी होता है । इस अमावस्या का खासकर उन लोगों को विशेष इंतजार रहता है , जिन्हें अपने किसी पितृ की तिथि ज्ञात नहीं है । शास्त्रों में ऐसे देवलोक गमन करने वाले पितरों के निमित्त इसी दिन तर्पण , पिंडदान और श्राद्ध करने का उल्लेख है । सभी चाहते हैं कि उनके पितृ खुश होकर रवाना हों और उनके निमित्त वे जो अनुष्ठान कर रहे हैं , वह भी मंगलकारी हो । संयोगवश पितृ मोक्ष अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि और चतुर्ग्रही योग का संयोग रहेगा । इन योगों के चलते किए कर्मकांड शुभ फलदायी रहेंगे । पंडित कौस्तुब तिवारी ने बताया कि पितरों के निमित्त सर्वाधिक कर्मकांड 25 सितंबर को पितृ मोक्ष अमावस्या पर होंगे । इसके बाद शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू होगी । सिद्धयोग में शुरू होने वाली नवरात्र में इस बार 30 साल बाद विशेष महायोग बन रहा है । नवरात्र में शनिदेव अपनी मकर व देवगुरु बृहस्पति अपनी मीन राशि में रहेंगे । पंडित तिवारी के अनुसार नवरात्र में शनि अपनी राशि मकर में होने से फायदा व उच्च पद दिलाएगा । राजनीतिक क्षेत्र में कोई नया चेहरा देखने को मिलेगा । मेष , वृषभ , कर्क , कन्या , वृश्चिक , मकर व कुंभ के लिए भी अच्छा साबित होगा । शहर में 50 से अधिक स्थानों पर मां अंबे की झांकी सजाने की तैयारियां चल रही हैं । इनमें 10 झांकियां ऐसी हैं जो सालों से लगती आ रही हैं । इनमें पुरानी तहसील लुकमान चौराहा , कटरा बाजार , शिवम टॉकीज , दीक्षित मोहल्ला हरिदास मंदिर , जयस्तंभ , मिश्रा चौराहा , ताल दरवाजा , भैरव मोहल्ला सबसे पुरानी झांकी सजाने की तैयारी हो चुकी है । वहीं शहर के कई मूर्तिकार मिट्टी से देवी मूर्तियों को अंतिम आकार देने में जुटे हुए हैं । बीते दिनों बारिश के चलते कई दुर्गा प्रतिमाएं गीली होने के चलते मूर्तिकार उन्हें कंडे की आंच से सुखा रहे हैं । अब कलर करने और शृंगार का काम चल रहा है । मां अंबे का आगमन और गमन हाथी पर होगा , जो उन्नति व खुशी का प्रतीक है । नवरात्र पर कलश स्थापना का अमृत मुहूर्त सुबह 6.22 से 753 बजे तक रहेगा शुभ मुहूर्त गरबा की रहेगी धूम , शुरू हुआ नवरात्र के दिनों में शहर में गरबा महोत्सव की धूम देखने को मिलेगी । झांसी रोड स्थिति सिल्वर स्टेट में 1 व 2 अक्टूबर को गरबा महोत्सव का आयोजन होगा । वहीं निजी स्कूलों में भी गरबा महोत्सव की तैयारियां चल रही है । महिलाओं , युवतियों और बालिकाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है ।