पप्पू यादव (ब्यूरो प्रमुख) यूपी
कानपुर (अमर स्तम्भ) / नवरात्रि में कलश के सामने एक मिट्टी के पात्र में मिट्टी में जौ,गेहूं बोया जाता है और इसका पूजन भी किया जाता है 9 दिनों के बाद उगे जवारो सहित नदी में विसर्जन किया जाता है माता दुर्गा को यह बहुत पसंद है जवारे को जयंती और अन्नपूर्णा देवी माना जाता है, हिंदू शास्त्रों में अन्न को ब्रह्म माना गया है धर्म ग्रंथों के अनुसार पूरे 9 दिनों विधि विधान के साथ नशा मुक्त होकर की गई पूजा अर्चना श्रेष्ठ जीवन का मार्ग प्रशस्त करती है राम का अर्थ स्वयं का प्रकाश अपने भीतर प्रकाश रवि शब्द राम शब्द का पर्याय है रवि शब्द में आर का अर्थ है प्रकाश और वी का अर्थ है विशेष इसका अर्थ है हमारे भीतर अनंत प्रकाश ,राम हमारे हृदय का प्रकाश है इस प्रकार राम हमारी आत्मा का प्रकाश है इसीलिए प्रभु राम की युक्ति ,हर मानव को दिलाएगी नशे से मुक्ति । माता जवारा भक्ति यात्रा में बच्चों,बेटियों, बहनों व परिवारी जनों ने माता की अदम्य शक्ति व साधना से 20 किलोमीटर तक अपनी जीभ मुख और कानों को भाले से भेदकर गगनभेदी जयघोष करते हुए मन मस्त होकर चल रहे थे,जो लाखों देखने वालों को श्रद्धा व भक्ति से रोमांचित कर रही थी। मिठास परिवार के उपेंद्र मिश्रा,शैलेंद्र पांडे,मनु शुक्ला व कुलदीप कटियार ने कहा कि प्रभु राम साक्षात पूर्ण ब्रह्म परमात्मा होते हुए भी मित्रों के साथ मित्र जैसा, माता-पिता के साथ पुत्र जैसा,सीता के साथ पति जैसा,भाइयों के साथ भाई जैसा,सेवकों के साथ स्वामी जैसा,मुनि और ब्राह्मणों के साथ शिष्य जैसा,इसी प्रकार सबके साथ यथा योग्य त्यागयुक्त प्रेम पूर्ण व्यवहार किया है जो हमारे उत्तम जीवन के लिए अनुकरणीय है अन्य माता के भक्तों में महेश पासवान,गजेंद्र शुक्ला,राजेश,बंटू,उदय भान,शिव बहादुर, संत गोस्वामी,बाबू इत्यादि थे।