तबरेज़ आलम(ब्यूरो चीफ)शाहजहांपुर।
थाना परिषद सेहरामऊ दक्षिणी के 50 मीटर बाबा कालसेन द्वार पर आवारा गाय को देर रात्रि ट्रक से टक्कर लग जाने से गाय गंभीर रूप से घायल हो गयी। कुछ राहगीरों ने घायल गाय को उपचार कराने के बजाय घायल गाय को बाबा कार्लसन गेट से हटाकर दुकानों के पीछे डाल दिया। उसी जगह पर पहले से एक गाय पड़ी थी। पूरी घटना के 3 दिन बीत चुके थे। लेकिन वहां पर मौजूद किसी के कान में जूं तक न रेंगी। राहगीरों, दुकानदारों को दिक्कत तब हुई जब मृत गाय के शरीर ने बदबू छोड़ना और आवारा कुत्तों ने अपना भोजन बनाना शुरू कर दिया। तो महक से परेशान होकर किसी ने मुँह पर मास्क तो किसी ने गमछा बांधना शुरू कर दिया। जिम्मेदार कुछ लोगों ने मृत गाय के शव की सूचना गौ-रक्षक दल को दी थी। लेकिन कोई संज्ञान न लिया गया। तब लोगों ने क्षेत्रीय प्रसिद्ध समाजसेवियों से संपर्क साधा तो उन लोगों ने कहा कि यह राजनीतिक मामला है। दुकानदारों ने हजार कोशिश की लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
अब बात आती है राष्ट्र के चौथे स्थान यानी पत्रकारों की और पुलिस बल की तो थाना के पास पुलिस तो बहुत है और वहीं दूसरी तरफ पत्रकार भी बहुत हैं। अब जनता कहे तो किससे कौन ऐसे कार्य की जिम्मेदारी से पूरा करेगा। तो स्थानीय निवासी छोटे लाल कश्यप, पिंटू तिवारी, शिवा, सोमू ने पत्रकार को जैसे ही सूचना दी तो तुरंत मामले को संज्ञान में लिया और थाना परिसर से एस आई आर के रावत ने भारी बल के साथ मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुये जिला प्रशासन से संपर्क किया और तत्काल जेसीबी की मदद से मृत गाय को वहां से हटवाया और बस्ती से दूर गड़वा दिया। जिससे दुकानदारों राहगीरों ने सेहरामऊ पुलिस और पत्रकार बन्धुओं धन्यवाद दिया। वहीं दूर गांव से आने वाले राहगीरों और दुकान मालिकों को स्वच्छ वातावरण में चैन की सांस ली ।