महेश प्रताप सिंह (ब्यूरो चीफ)
कानपुर (अमर स्तम्भ) / आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का द्विवार्षिक अधिवेशन प्रथम वर्ष के पूर्ण होने के अवसर पर ज़िला अध्यक्ष राजा भरत अवस्थी ने कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण न होने से कर्मचारियों शिक्षकों में निराशा व आक्रोश व्याप्त है। सरकार वेतन विसंगतियाँ , मोटर साइकिल भत्ता, पदोन्नति, पदोन्नत वेतनमान, पदोन्नत पदों की व्यवस्था, कर्मचारी हितों की रक्षा, पुरानी पेंशन, कैशलेश इलाज, सीसीए, नई भर्तियाँ,बीमा कवर एक करोड़ किए जाने, पेंशनर्स को आयकर मुक्त करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती शुरू करने, मनरेगा नरेगा व संविदा कर्मियों को स्थायी करते हुए राज्य कर्मी घोषित किए जाने, तृतीय श्रेणी कर्मियों का बेसिक पे बैण्ड 2800 किए जाने, पाँच पदोन्नति हर कर्मचारी को मिलना चाहिए, सफाई कर्मियों की नियमावली शीघ्र क्रियान्वित की जाए व शिक्षकों की समस्याओं का समाधान शीघ्र कराए जाने आदि मुद्दों को इंजीनियर ए एन द्विवेदी, बचाऊ सिंह,एस एम जेड नकवी, जसकरन सिंह, जितेंद्र पाल,मनीष गौतम,रणधीर सिंह यादव, राजेश पाल,साहब सरताज,आदित्य शुक्ला,जितेंद्र मिश्रा, मुन्ना बाबू,राजेश,पी के मिश्रा, अजय सिंह,कमलेश,जितेंद्र केसरवानी,अविनाश दीक्षित,कोमल सिंह,मंजूरानी कुशवाहा,धर्मेन्द्र अवस्थी,सुरेश यादव,हरीश श्रीवास्तव,योगेन्द्र कुमार सिंह,अभय मिश्रा,अजय द्विवेदी, भानु प्रताप सिंह,मनोज झाँ,सुखेन्द्र यादव,आलोक यादव,विकास अस्थाना,अटल पाल, बृजेश सुवाडोर,बृजेश कटियार, सुरेंद्र सिंह ग़ौर,श्याम सिंह, लईक खाँ,नरेंद्र तिवारी,कृष्ण मिश्रा,जय प्रकाश शुक्ला,विनोद, अविनाश, विजय शर्मा , महेंद्र सिंह, आशुतोष दीक्षित, रंजना सिंह, ज्योत्सना , अनिल तिवारी, पंकज राय , परवेज आलम,सभी पदाधिकारियों ने जोरदारी से उठाया।