बाराबंकी। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में कोई अंतर नही है और दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। सत्ता से लेकर सदन व संगठन से बरसो दूर रखा सिर्फ वोटबैंक बनाए रखा और अब जब 2024 का लोकसभा चुनाव करीब आ गया तो संगठन में मामूली जगह देकर पसमांदा मुसलमान पर डोरे डालने का प्रयास किया जा रहा है। दोनों ही दल और उनके नेता अपनी करनी भूल गए हैं।
यह बात आल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसीम राईन ने अपने बयान में कही है। उन्होंने कांग्रेस व सपा के मुखिया व जिम्मेदार नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि धोखे बाजी व मतलबपरस्ती कोई इन दलों से सीखे, इस्तेमाल के बाद किसी से भी मुंह मोड़ लेना इन दलों की खास फितरत है और इसी फितरत की वजह से दोनों दलों का किसी से साथ ज्यादा लम्बा नही चल सका। इसका सबके बड़ा प्रमाण पसमांदा मुसलमान है। देश की 85 फीसदी मुस्लिम आबादी को न सिर्फ कांग्रेस बल्कि समाजवादी पार्टी ने सुनियोजित ढंग से वोट लेकर हाशिम पर रखा, हर वह कोशिश की जिससे इस समाज का आर्थिक, राजनीतिक व सामाजिक स्तर ऊपर न उठा सके। ऐसा तब किया जबकि इसी समाज के बल पर इन दोनों दलों का वजूद रहा और जाने कितनी बार सत्ता में जाने का मौका मिला। उपकार कभी काम न आने वालों पर किया पर सत्ता की चाभी सौंपने वाले पसमांदा समाज की कभी सुध नही ली।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने आर्टिकल 341 के जरिये पसमांदा समाज को धार्मिक प्रतिबन्ध की बेड़ियों में जकड़ा तो समाजवादी पार्टी के ढपोरशंखी नेताओ ने पसमांदा समाज से किसी को राज्यसभा तक नही पहुँचने दिया क्योंकि इस समाज का राजनीतिक स्तर उठने से दोनों दलों का सिंघासन डोलने का खतरा था। हैरत है इन चालबाज धोखेबाज व मतलबपरस्त नेताओ की फितरत पर खुद के फायदे के लिए इन दलों ने 85 फीसदी आबादी को दशकों अंधेरे में रखा। अब जब 2024 का लोकसभा चुनाव करीब है तब कांग्रेस ने दो लोगों को यूपी का उपाध्यक्ष तो सपा ने दो को महासचिव बनाया है जबकि यह नेता भी जानते हैं कि उनकी करनी का क्या फल उन्हें मिलने वाला है।
वसीम राईन ने कहा कि पंजा छाप पार्टी व साइकिल वाली पार्टी दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक ही रंग में रंगे दोनों दल एक बार फिर पसमांदा मुसलमान पर डोरे डालने के फेर में हैं ताकि इस समाज का वोट हासिल कर सकें पर यह इनकी गलतफहमी है समय के साथ समाज जागरूक हुआ है और यह तय कर चुका है कि हिस्सेदारी से कम पर कोई बात नही होगी।