प्रबंध निदेशक ने जारी किया आदेश, ड्यूटी रुकी
लखनऊ
लखनऊ (अमर स्तम्भ ) यूपी परिवहन निगम के लखनऊ क्षेत्र में सहायक यातायात निरीक्षक के पद पर तैनात जी पी तिवारी को उनके गलत कार्यों को प्रश्रय देते हुए लखनऊ क्षेत्रीय प्रवर्तन दल की टाटा सुमो पर ड्यूटी लगाकर अवैध वसूली के लिए छोड़ देने का मामला सामने आया है। जिसके परिणामस्वरूप रायबरेली मार्ग पर इन्हें आबंटित किया गया था। मार्ग पर दूसरे चेकिंग दल द्वारा 05 डब्लू०टी० पकड़ी गई तथा28 सितम्बर 2023 को लखनऊ से ऊंचाहार मार्ग पर मुख्यालय चेकिंग दल द्वारा 09 डब्लू०टी० पकड़ी गई थी। लेकिन जी पी तिवारी को आबंटित मार्ग होने के बावजूद अभी तक उनके विरुद्ध उच्च अधिकारियों द्वारा बचाव करते हुए कोई भी कार्यवाही नहीं की गई थी। बल्कि 9 डब्लू०टी० पकड़ने वाले सहायक यातायात निरीक्षक को ही मुख्यालय प्रवर्तन दल से हटा दिया गया। जबकि मौज में काम करने वाले अब जे पी तिवारी पर गाज गिरना शुरू हो गया है। प्रबंध निदेशक ने सहायक यातायात निरीक्षक जी०पी० तिवारी फाइल तलब करते हुए ड्यूटी को अभी तक विराम दे दिया है।
आपको बता दें कि बुकिंग लिपिक की सीनियरटी लिस्ट के हिसाब से लगभग 100 बुकिंग लिपिको को लखनऊ क्षेत्र के सीनियर बुकिंग लिपिक को बाईपास करके अगले दिन ही जी पी तिवारी बुकिंग लिपिक को सहायक यातायात निरीक्षक पद पर(साम दंड भेद)अपना कर परिवर्तित किया गया. विगत पिछले वर्षो मे 2017 मे अवध डिपो मे तैनात फोरमैन राम प्रीति को जाति सूचक शब्दो का प्रयोग करते मारापीटा गया था। उस प्रकरण में भी अधिकारीयों द्वारा लीपापोती कर जी पी तिवारी के खिलाफ कोई भी कारवाई नहीं की गई। मामले को कुछ खास विभागीय अधिकारियोंने दबा दिया था। इसके बावजूद 1988 से एक ही डिपो मे तैनात है प्रोन्नति होने के बाद भी जी पी तिवारी को अन्य किसी भी डिपो तैनाती नही की गई। इसके साथ ही सहायक यातायात निरीक्षक जी०पी० तिवारी की जांच जारी रहेगी।