शिकायतकर्ता पंच की असत्य शिकायते कर बना रहे दबाब
ब्यूरो रिपोर्ट
टीकमगढ़। जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत जुड़ाबन के सरपंच मोहन चढ़ार, उपयंत्री मोहित खरे, रोजगार सहायक बृजेन्द्र सोलंकी सहित जनपद एसडीओ बीके संज्ञा द्वारा मिलीभगत करके मनरेगा योजना में मशीनों से कार्य कर शासकीय राशि हड़पकर प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पर पानी फेरा जा रहा है। जिसके सबूत के तौर पर वीडियो व फोटो भी जारी किए लेकिन इसके बाबजूद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई।
ग्राम जुड़ाबन के पंच सूर्यप्रकाश खरे द्वारा कई बार लिखित शिकायते की गई जिसमें सबूत के तौर पर पुख्ता वीडियो व फोटो दिए गए। लेकिन कार्यवाही नही हुई। इसके उलट जुड़ाबन सरपंच द्वारा पंच सूर्यप्रकाश खरे की लगातार असत्य शिकायते की जा रही हैं जिससे शिकायतकर्ता पंच सूर्यप्रकाश खरे पर दबाब बनाकर उक्त भ्रष्टाचार के मामले को दबाया जा सके।
ग्राम पंचायत जुड़ाबन में लगभग 20 लाख का सुदूर सड़क मिट्टी मुरम रोड स्वीकृत हुआ था। जिसमे एक मात्र 221 रुपये का मस्टररोल जारी कर दिनदहाड़े जेसीबी मशीन से पूरी सड़क डाल दी गई। और फिर उक्त एक मस्टररोल के जारी होने के लगभग 3 माह बाद नियमविरुद्ध तरीके से 109 लोगो के मस्टररोल जारी कर भुगतान निकाल लिया गया हैं। जबकि उक्त सड़क निर्माण कार्य दिनदहाड़े जेसीबी मशीन से किया गया था। उक्त कार्य मे गम्भीर अनियमितता की बात तो ये है कि जेसीबी से सड़क डाले जाने के बाकायदा वीडियो बायरल हुए जिसकी जुड़ाबन पंचायत के पंच सूर्यप्रकाश खरे द्वारा लिखित शिकायत भी की गई। उक्त शिकायत पर जो जांच टीम बनाई गई उसमें उन्ही प्रभारी एसडीओ बीके संज्ञा को ही जांच टीम में शामिल किया गया जिन पर उक्त अबैध कार्य को संरक्षण देने का आरोप है।
जांच के दौरान ही मस्टररोल जारीकर भुगतान किया जाना समझ से परे है। साथ ही ऑनलाइन जारी हुए मस्टररोल में मात्र 15 से 20 लोगो की फोटो पोर्टल पर दर्शाकर 109 मजदूरों के नियमविरुद्ध मस्टररोल जारी कर भुगतान भी कर दिया गया।
अब यक्ष प्रश्न ये है कि ऐसी परिस्थिति में रोजगार गारंटी योजना में गरीब मजदूरों को रोजगार देने व पलायन रोकने की शासन की मंशा आखिर कैसे पूर्ण होगी..??