नगर पालिका अधिशाषी द्वारा सेनेट्री अधिकारी को हटाये जाने पर विरोध बढा। टैगोर को पुनः चार्ज दिलाने की मांग जोरों पर।
नगर संवाददाता दैनिक अमर स्तम्भ
टूण्डला-नगर में सफाई व्यवस्था में सक्रिय व जिम्मेदारीभरी अहम भूमिका निभाने व पदाधिकारियों पर अच्छा प्रभाव डालने के लिए माने जाने वाले सुनील कुमार टैगोर को अचानक पद मुक्त कर देने का मामला सुर्खियों में है। इससे पालिका प्रशासन पर संदेहास्पद परिस्थितियां उत्पन्न होने लगी है। कहीं पालिकाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी द्वारा परिषद के अन्तर्गत हो रहे भ्रष्टाचार को कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों की ओर से उजागर करने का प्रयत्न समझ कर तो नहीं अनदेखा किया गया है। विशेष सूत्रों के अनुसार पालिकाध्यक्ष पर आन्तरिक भ्रष्टाचार के साथ साथ कर्मचारियों की अनदेखी के भी आरोप प्रत्यारोप पूर्व में भी लगते रहे हैं। कई संगठनों के पदाधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है। सुनील कुमार टैगौर की सेवा भावना कोरोना काल में भी उत्कृष्ट सेवा से परिपूर्ण रही थी। ज्ञानभारती, क्रांतिकारी संगठन आप और हम आदि ने नगर पालिका परिषद के इस कदम का पुरजोर विरोध किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने उच्च अधिकारियों से तुरन्त संग्यान लेकर टैगोर की पुनः बहाली की अपील करते हुए नगर पालिका परिषद की बदहाल स्थिति को सुधार कर प्रभावी नजर बनाये रखने का आग्रह किया है। नगर की बदहाल साफ सफाई व्यवस्था एवं नगर केा अतिक्रमण मुक्त करने हेतु पुनः सुनील टैगोर को प्रभारी सैनिटी इंस्पेक्टर एवं प्रभारी अतिक्रमण. का कार्यभार नगर हित में अविलंब दिलाये जाने की कई संगठनों ने मांग की है ।