गणेश शंकर विद्यार्थी ने वर्ष भर छापी थी काकोरी केस की दास्ताँ
महेश प्रताप सिंह
कानपुर ब्यूरो (अमर स्तम्भ). नगर मे जीवित स्वंत्रता सेनानियों के सेवक व क्रांतिकारियों की मूर्तियों के संरक्षक, एवं चंद्रशेखर आज़ाद जनकल्याण समिति के संस्थापक सर्वेश कुमार पांडेय ‘निन्नी’ ने काकोरी शहीद दिवस के अवसर पर कमला नेहरू पार्क जवाहर नगर में काकोरी केस की रोचक दास्तां साझा करते हुए कानपुर से काकोरी क्रांती में हिस्सा देने वाले सुरेश चंद्र भट्टाचार्या, राम दुलारे त्रिवेदी, मनमथ नाथ गुप्त आदि की भूमिकाओं पर प्रकाश डालने के साथ ही अवगत कराया कि गणेश शंकर विद्यार्थी द्वारा प्रताप समाचार पत्र में एक वर्ष तक काकोरी कांड की रोचक रिपोर्टिंग छापी गई थी, जिससे काकोरी के उद्देश्यों का प्रचार राष्ट्रीय स्तर पर हो सका, कार्यक्रम का संचालन अनिल त्रिपाठी ने किया |
कार्यक्रम में चंद्र शेखर आजाद के मुखबिर वीर भद्र तिवारी को गोली मारने वाले क्रांतिकारी रमेश चंद्र गुप्त के पौत्र आनंद अग्रवाल ने राम प्रसाद बिस्मिल के महती योगदान का उल्लेख करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की तो वहीं ‘जनमानस’ पत्रिका के काकोरी विशेषांक का विमोचन किया गया, जिसके संपादक प्रखर श्रीवास्तव ने कहा ये पत्रिका काकोरी केस के तमाम पहलुओं को बारिकी से अभिव्यक्त करती है, जो कि उस समय का सजीव चित्रण है| पूर्व पार्षद विजय नारायण शुक्ला ने भगत सिंह की फाँसी के बाद हुए कानपुर में आंदोलनो के विषय में बताया भूतपूर्व संगठन मंत्री तिलक चंद्र कुरील ने श्री राजेंद्र नाथ लाहिड़ी की गरीबी, समर्पण और त्याग के विषय में कहा तो वहीं सुरेंद्र सिंह भदौरिया ने अशफाक उल्ला खाँ की शहादत और उनकी मज़ार के हालातों के बारे में विचार रखे | चंद्रशेखर आज़ाद जनकल्याण समिति द्वारा सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि पं राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खाँ, रोशन सिंह लाहिड़ी व चंद्र शेखर आज़ाद की आदम कद प्रतिमा नए संसद हाल में स्थापित करने की माँग केंद्र सरकार से की.. कार्यक्रम में विशेष रूप से वैभव मिश्रा, राजेश सिंह, वीरेंद्र चतुर्वेदी, राकेश सिंह, लोकेश श्रीवास्तव, तिलक चंद्र, आनंद अग्रवाल, राकेश तिवारी, हर्षित शुक्ला, राजू मिश्रा, अरविन्द शर्मा मौजूद रहे |