रिपोर्ट– जावेद अली आज़ाद
पानी पीने का बहाना बनाकर अपराधी सुरक्षा कर्मी को झांसा देकर बंधक बनाया। पावर ट्रांसमिशन का काम लार्सन एंड टर्बो कंपनी कर रही है। निर्माण कार्य जारी होने की वजह से कई जगह कीमती तार व उपकरण डंप किया गया। केरवां के पास इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक सामानों के अलावा एल्युमिनियम के तार भी रखे थे। 17 मार्च की रात करीब 12 बजे कुछ अपराधी मौके पर पहुंचे और वहां तैनात दो सुरक्षा कर्मियों से पानी पीने के लिए मांगा। जैसे ही एक सुरक्षाकर्मी टेंट के अंदर से पानी लेकर लौटता इससे पहले उसके अन्य साथी धड़धड़ाते हुए अंदर आ घुसे और दोनों सुरक्षाकर्मियों को धर दबोचे।
सुरक्षाकर्मियों की माने तो अंदर पहुंचते उन्हे कंबल से ढांककर हाथ पैर बांध दिए। इसके बाद कार्य स्थल पर ही खड़ी हाइड्रा से तार के ड्रम उठाकर अपने साथ लाए ट्रक में चढ़ाने लगे। जबकि गिरोह के दो तीन लोग सुरक्षा कर्मियों को नजदीक के ही एक नाले के पास ले गए और उनकी निगरानी करते रहे। प्रत्येक तार के ड्रम का मूल्य चार लाख मूल्य बताया जा रहा।
अपराधी पांच ड्रम गाड़ी में लोड कर ले गए। करीब 15 हजार मीटर तार ड्रम में थे। 20 लाख रूपये के लूट के वारदात को जिस दुष्साहसी तरीके से घटना को अंजाम दिया गया, उससे अपराधियों के बुलंद हौसले का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। इस घटना की जानकारी कंपनी के अधिकारियों को हुई तो हड़कंप मच गया।
कोरबा सेक्शन इंजार्च अनियमिय बालाकृष्णन ने इसकी रिपोर्ट करतला थाने में दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ डकैती का मामला धारा 395 के तहत पंजीबद्ध किया है।
पुलिस को कंपनियों के कर्मी की मिलीभगत का संदेह
जिस ढंग से घटना इुई है उससे पुलिस को संदेह है कि कंपनी का कोई व्यक्ति अपराधियों के साथ मिला है। चोरी किए गए तार को औने-पौने दाम में निजी फैक्ट्री में खपा दिया जाता है। घटना स्थल पर जो सुरक्षाकर्मी मौजूद थे वे टी एंड टी कंपनी के बताए जा रहे। पुलिस घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों का सुराग लगाने में जुटी है। करतला थाना प्रभारी राजेंद्र चंद्रवंशी ने बताया कि सायबर सेल की मदद ली जा रही। जल्द ही पुलिस अपराधियों को पकड़ लेगी।
3 दिन बीत जाने के उपरांत भी पुलिस के हाथ नहीं लगी कोई– सुराग
लूट की यह वारदात पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। आमतौर पर ट्रक लेकर अपराधी लूट या डकैती की घटना को अंजाम नहीं देते। शायद यही वजह है कि पुलिस को यह यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि किसी कंपनी के किसी कर्मी के सहयोग के बिना इसे अंजाम तक नहीं पहुंचाया गया है। बहरहाल मामला कुछ भी पर अपराधियों ने एक बार फिर पुलिस की नींद उड़ा दी है। तीन दिन गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
राजगामार ग्राम पंडरीपानी से भी लाखों के कीमती तार व खंभे हुए पार
उधर रजगामार चौकी के अंतर्गत आने वाल पंडरीपानी में भी अपराधियों ने चोरी की एक बड़ी घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि 11 केवी लाइन के 20 नग खंभा काटकर चोर ले गए हैं। इसके अलावा 6.5 मीटर केवी लाइन की चोरी कर ली गई है। गंभीर बात तो यह है कि चोरी के सामानों की कीमत 40 लाख से अधिक की बताई जा रही है। इस मामले में अभी एफआइआर दर्ज नहीं किया गया है।