जिला ब्यूरो/ मनोज सिंह
लगनशील किसान सुरेंद्र सिंह ने कम जगह और कम समय में ही मत्स्य उत्पादन स्थापित कर मिसाल पेश की
प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत बनाए गए 25 बायो फ्लॉक टैंक
किसानों को मिलती है सरकार द्वारा 40 से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी
मछली पालन उद्योग को आसानी से शुरू किया जा सकता है-पाटीदार
टीकमगढ़। जिले में भूमि की अच्छी गुणवत्ता होने के बावजूद भी आधुनिक खेती करके मध्यम वर्गीय किसान कृषि उत्पादन कर अच्छा खासा लाभ नहीं ले पाते हैं। अधिकतर किसानो को किसानी में मुनाफ ा ना होने से बड़े नगरों कि ओर पलायन करना पड़ता है। जिससे चिंतित होकर सरकार ने कृषि के साथ मत्स्य उत्पादन को भी कृषि का अभिन्न अंग माना है। सरकार की मंशा को धरातल पर उतारने के लिए प्रशासन और मत्स्य विभाग दिन-रात प्रयासरत है। इसी के तहत टीकमगढ़ जनपद पंचायत के दरयाव नगर ग्राम पंचायत के कृषक सुरेंद्र सिंह परमार ने बहुत कम समय में ही मत्स्य उत्पादन के 25 बायो फ्लॉक टैंक स्थापित कर जिले अन्य किसानों को मिसाल पेश की है। वह अच्छा खासा मुनाफ ा कमाने की स्थिति में जा पहुंचे हैं। मछली पालन ग्रामीणो के लिए बेहतर आय का स्त्रोत बन सकता है। किसान अगर मछली पालन सही तरीके से करें और उनके पास पानी का बढिय़ा स्त्रोत हो तो मछली पालन उनकी आजीविका का साधन बन सकता है और वो एक बेहतर जिंदगी जी सकते हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना अंतर्गत टीकमगढ़ जिला कृषि विभाग द्वारा इसी पहल के तहत किसानों को मछली पालन से जुडऩे के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें मछली पालन के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। भारतीय अर्थव्यवस्था में मछली पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है, जिसमें रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। ग्रामीण विकास एवं अर्थव्यवस्था में मछली पालन की महत्वपूर्ण भूमिका है। मछली पालन के द्वारा रोजगार सृजन तथा आय में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं। ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़े हुए लोगों में आमतौर पर आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े, अनुसूचित जाति, अनुसूचितजनजाति व अन्य कमजोर तबके के हैं, जिनका जीवन-स्तर इस व्यवसाय को बढ़ावा देने से उठ सकता है। मत्स्योद्योग एक महत्वपूर्ण उद्योग के अंतर्गत आता है तथा इस उद्योग को शुरू करने के लिए कम पूंजी की आवश्यकता होती है। सरकार द्वारा 40 से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी का भी प्रावधान है। इस कारण इस उद्योग को आसानी से शुरू किया जा सकता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विनोद कुमार पाटीदार, जिला सीईओ स्वदेश कुमार मालवीय, राजकुमार मिश्रा सहायक संचालक मत्स्य विभाग डीडीएम नाबार्ड मिर्जा फैसल, विधिक सहायता अधिकारी बृजेंद्र सिंह भदोरिया, प्रभाकर टिकरिया उपयंत्री मत्स्य विभाग, प्रतितोष आयोग, डॉ प्रीति सिंह परमार उपभोक्ता सदस्य, इंस्पेक्टर पंकज, विधिक सहायक कैलाश मिश्रा, उपयंत्री धर्मेंद्र तिवारी के साथ मत्स्य विभाग के आला अधिकारियों ने बायो फ्लॉक टैंक का फीता काटकर निरीक्षण किया एवं अन्य किसानों को संबोधित करते हुए शासन की योजना की जानकारी देकर सहयोग और भरपूर लाभ देने का आश्वासन दिया। आला अधिकारियों के साथ वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप खरे, मनोज सिंह, वसीम खान, सुधीर जैन, सुरेंद्र सिंह परमार, राकेश भास्कर के साथ सैकड़ों की संख्या में ग्राम के लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर सुंदरकांड पाठ और कन्या भोज का भी कार्यक्रम किया गया।