महेश प्रताप सिंह (ब्यूरो चीफ)
कानपुर (अमर स्तम्भ) / कानपुर के गोविंदनगर में बदमाशों ने कोर्ट में गवाही से पहले युवती के भाई की पीट पीटकर हत्या कर दी। मृतक की कोर्ट में गवाही होनी थी और बदमाश उसे गवाही देने से रोक रहे थे, लेकिन वह मान नहीं रहा था। इसी रंजिश में उसे घर से खींचकर बीच चौराहे पर दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दिया गया। इस वारदात को अंजाम देने वाले हिस्ट्रीशीटर के भाई हैं। दोनों आरोपी 15 दिन पहले ही जेल से छूटे हैं। जिस मामले में दोनों जेल गए थे, उसमें मृतक की एक बहन गवाह है। आरोपियों ने गुरुवार रात को भी उनके घर पर हमला किया था। घर पर हुए हमले की शुक्रवार दोपहर गोविंदनगर थाने में शिकायत कर लौट रहीं दो बहनें घर भी नहीं पहुंचीं कि उनके भाई की हत्या कर दी गई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर देर रात चार लोगों को गिरफ्तार किया है।महादेव नगर बस्ती निवासी गांजा तस्कर विकास उर्फ मैडी गोविंदनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। फिलहाल वह जेल में है। उसके भाई विक्रम, विवेक व विनय पर भी आधा दर्जन से अधिक मुकदमे हैं। मैडी व उसके भाई पड़ोस में रहने वाले 30 वर्षीय साहिल व उसकी बहनों मुस्कान, मोनी, सोनी, मोहिनी पर कई बार हमला कर चुके हैं। बीते वर्ष साहिल पर कुल्हाड़ी से हमला करने के मामले में मैडी और उसके भाइयों को जेल भेजा गया था। 15 दिन पहले ही विक्रम और विवेक जेल से छूटे थे, विनय बाहर था। मुस्कान ने बताया कि मामले की 24 सितंबर को कोर्ट में गवाही है, जिसमें वह गवाह है। जेल से आने के बाद आरोपित गवाही न देने का दबाव बना रहे थे। गुरुवार रात आरोपितों ने घर पर हमला किया था। शुक्रवार को मुस्कान और मोनी शिकायत करने थाने गई थीं, तभी सहिल को सीटीआई नहर के पास विक्रम, विवेक, विनय ने साथी अक्षय और प्रीतम के साथ घेर लिया। रॉड व धारदार हथियार से पीट-पीट मार डाला। एसीपी अंजली विश्वकर्मा ने बताया कि देर रात पुलिस ने विक्रम विवेक, अक्षय और प्रीतम को गिरफ्तार कर लिया। विनय की तलाश जारी है।