सतनामी समाज छत्तीसगढ़ अब *सतनामी समाज छत्तीसगढ़-ISSO* के नाम से जाना जायेगा
सक्ति (अमर स्तम्भ)/ आप सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को सूचित किया जाता है कि दिनांक 14/08/22 को सतनाम भवन रायपुरा में बैठक हुआ जिसमें पूर्व निर्मित प्रदेश सतनामी समाज छत्तीसगढ़ समय के कोर कमेटी के सदस्य और सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के सदस्य उपस्थित रहे, कोर कमेटी अपना निर्णय नहीं दे पाया और प्रदेशाध्यक्ष महोदय ने कोर कमेटी को नकार दिया। सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के उपस्थित पदाधिकारी ने रात में ही बैठक कर निर्णय लिया कि सतनामी समाज छत्तीसगढ़ को अब *सतनामी समाज छत्तीसगढ़ ISSO* के नाम से जाना जायेगा।
कोर कमेटी के निर्णय को सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के सभी प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों ने एक सिरे से नकारते हुए कहा कि सतनामी समाज छत्तीसगढ़ जिस गति से एक विधिवत् चल रहा है, और एक नई दिशा कि ओर समाज को ले जाया जा रहा है। कुछ लोग कोर कमेटी के नाम पर भ्रम पैदा कर रहे थे उनके लिए यह बैठक एक सबक साबित हुआ। कोर कमेटी कि हवाला देने वाले लोगों से बहुत सारे प्रश्न पुछा गया कि आप प्रदेश सतनामी समाज छत्तीसगढ़ से जब सतनामी समाज छत्तीसगढ़ बना तब कोर कमेटी कहा थे?,आज तक कितने संगठन से एकीकरण कि परिकल्पना करने वाले कोर कमेटी ने बैठक किया?,जब डॉ राजाराम बनर्जी जी को प्रदेशाध्यक्ष गिरौदपुरी धाम में हजारों के भीड़ में बनाया गया तो कोर कमेटी कहां थे ? अगर उन्हें कोर कमेटी ने प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया तो लिखित आदेश कि काॅपी कहां है ?और आज तक क्यों उपलब्ध नहीं कराया गया? कोर कमेटी के चार साल में बैठक कब कब आयोजित हुआ इसका लिखित प्रमाण के साथ उपस्थित रजिस्टर उपलब्ध कराये?जब किसी को संगठन से बाहर किया गया और बृहद रूप में संगठन को विस्तार किया गया तो कोर कमेटी कहां थे? जब किसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया जाता है तो क्या उनसे सहमति ली गई,क्या वे बैठक में उपस्थित थे? जब वे दिल्ली प्रवास पर था तो कैसे उनके उपस्थिति और सहमति बिना राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया? बैठक में कोर कमेटी द्वारा बार बार कहा जा रहा था की प्रदेश सतनामी समाज के तत्कालीन अध्यक्ष को कोर कमेटी ने बाहर किया तो उस बैठक की पंजी कहां है? सभी जानते हैं कि प्रदेश सतनामी समाज एक पंजीकृत संगठन है। यह सत्य है कि प्रदेश सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के बाद ही सतनामी समाज छत्तीसगढ़ का उदय हुआ है। कोर कमेटी के नाम से लोगों को गुमराह न करें। जब जवाब का समय आया तब कोर कमेटी को खुद कुछ पता नहीं कि मुद्दा क्या हैं? किस मामला पर चर्चा हो रही है? कोर कमेटी की सदस्यों ने निर्णय देने में असमर्थ हो गये।तत्पश्चात जवाब देने कि बारी आयी तो कोर कमेटी नामक सदस्यों के मुंह पानी पानी हो गया। कोर कमेटी के गलत क्रियाविधि और उनके निर्णय को डॉ राजाराम बनर्जी के साथ सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के समस्त प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों ने एक स्वर से नकार दिया। एक दिन में बना कोर कमेटी जिसकी जानकारी अभी तक स्वयं अध्यक्ष को न हो,की फैसला पर डाॅ राजाराम बनर्जी ने कहा कि हम कोर कमेटी का निर्णय को नहीं मानते। उन्होंने घोषणा किया कि कोर कमेटी के नाम पर गुमराह करने वाले और उस कूटरचना में शामिल समस्त सदस्यों को संगठन से बाहर किया जाता है। सतनामी समाज छत्तीसगढ़ संगठन को भंग किया जाता है। साथ ही ऐसे कोर कमेटी जिसमें अध्यक्ष शामिल नहीं है उसे नकारते हुए भंग करते हैं। कोर कमेटी के व्दारा मनोनीत प्रदेशाध्यक्ष को अस्वीकार करते हुए साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को नकारते हुए इस्तीफा देते हैं। जिसका समर्थन करते हुए सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के समस्त प्रकोष्ठों पदाधिकारी गण बैठक कक्ष से बाहर आ गए और बैठक समाप्त हो गया।
सतनामी समाज छत्तीसगढ़ के सभी पदाधिकारी यथावत रहे किसी के कहने या भड़कावे में नहीं आये सिर्फ नाम में आंशिक संशोधन किया गया है अब हमारा संगठन का नाम *सतनामी समाज छत्तीसगढ़- ISSO* है। हमारा मोनो और सूक्ति वाक्य में भी आंशिक संशोधन किया जायेगा।
*विनीत:- सतनामी समाज छत्तीसगढ़-ISSO