महेश प्रताप सिंह (वरिष्ठ संवाददाता)
कानपुर (दैनिक अमर स्तम्भ) / ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के मनमाने एवं दमनकारी रवैय्ये के चलते कार्य का वातावरण समाप्त हो चुका है ऐसे वातावरण में बिजलीकर्मियों के लिये अब कार्य कर सकना हो गया है असम्भव। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश द्वारा मा. ऊर्जा मंत्री श्री अरविंद कुमार शर्मा द्वारा बिजली कर्मियों के चल रहे कार्य बहिष्कार आंदोलन से उत्पन्न स्थिति पर चिंता व्यक्त करने और बिजली कर्मियों से अपील किये जाने का स्वागत किया है। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि जहां एक ओर ऊर्जा मंत्री ऊर्जा निगमों में कार्य का स्वस्थ और बेहतर वातावरण बनाने हेतु प्रयासरत है वही ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन का रवैया इतना स्वेच्छाचारी है कि वह ऊर्जा मंत्री के निर्देशों के अनुरूप कार्य करने हेतु तैयार नहीं है। यह स्थिति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऊर्जा मंत्री भी बेहतर कार्य संस्कृति चाहते हैं और बिजली कर्मी भी मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री के लक्ष्यों के अनुरूप कार्य करने हेतु संकल्पबद्ध़ है किंतु ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन खासकर चेयरमैन ने निगमों में नकारात्मक एवं भय का वातावरण बना रखा है जिससे कार्य का वातावरण पूरी तरह समाप्त हो चुका है। ऊर्जा निगमों में स्वेच्छाचारिता समाप्त करने एवं कार्य का स्वस्थ वातावरण स्थापित करने हेतु बिजलीकर्मी पूर्ण लोकतांत्रिक तरीके से शान्तिपूर्ण आन्दोलन कर रहे हैं एवं कार्य बहिष्कार का आज तीसरा दिन है। इसमें विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों मे शैलेंद्र दुबे, जितेंद्र गुर्जर, जय प्रकाश, अनुराग पाण्डेय, पवन कुमार, राम कुमार, सौरभ खरे, डी सी शुक्ला, सी पी दोहरे, नवीन चौधरी, के के समेले, धीरेंद्र पाल, हरीश अवस्थी, अतुल राय, राहुल शर्मा, संदीप कुमार, अपूर्वा शर्मा, दीपक अग्रवाल, सुमित सिंघल, संतोष कुमार, दीपक चौहान, मयंक आर्य, देवेंद्र, वीरेंद्र, अर्चना, रवि डोभाल, पूजा गुप्ता, पवन कुमार, दीपक यादव, कमलेश मौर्य, दीपेंद्र पाल, प्रशांत वर्मा, इंद्रेश यादव, छबिन्दर, छैल बिहारी, दिनेश गुप्ता, दीपक अवस्थी, सुयश, सुनील, राहुल पाण्डेय, आशीष कमल, दिलीप, गीता मिश्रा, सौम्या माथुर एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।