मो.फारुक संवाददाता।
हिलौली/उन्नाव (दैनिक अमर स्तम्भ) हिलौली विकास खंड के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक संकुलों ने सामूहिक रुप से खण्ड शिक्षा अधिकारी को त्यागपत्र दिया। इस दौरान सभी शिक्षक संकुल ने हस्ताक्षर किए।
परिषदीय विद्यालयों में आनलाइन उपस्थिति एवं अभिलेखों के डिजिटलाईजेशन के बढ़ते विरोध के बाद लगातार शिक्षक संकुलों के द्वारा अपने संकुल पद से सामूहिक इस्तीफा देने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को हिलौली विकास खण्ड के समस्त शिक्षक संकुलों ने एकत्र होकर सामूहिक रुप से खण्ड शिक्षा अधिकारी को त्यागपत्र दिया। खण्ड शिक्षा अधिकारी की अनुपस्थिति में बीआरसी कार्यालय में कार्यरत उनके प्रतिनिधि ने त्यागपत्र स्वीकार किया। शिक्षक संकुलों ने अपने पत्र में बताया कि प्रदेश को प्रेरक प्रदेश बनाने एवं गुणवत्ता संवर्धन हेतु संचालित गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु न्याय पंचायत स्तर पर एक वर्ष के कार्यकाल हेतु किया गया था किन्तु तबसे लगातार पूर्व में चयनित शिक्षक ही संकुल की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नये शिक्षकों को चयनित करना चाहिए किन्तु शासन व प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। सूत्रों की मानें तो उक्त त्यागपत्र आनलाइन उपस्थिति एवं अभिलेखों के डिजिटलाईजेशन के विरोध में दिया गया है। शिक्षकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आनलाइन व्यवस्था धरातलीय हकीकत से बहुत दूर है। विभागीय उच्चाधिकारी पूरा उत्तरदायित्व शिक्षक के हवाले कर देना चाहते हैं जबकि विषम परिस्थितियों में भी शिक्षक अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों की उपस्थिति, रास्ते आदि चुनौतीपूर्ण है। किंतु उच्चाधिकारी उन चुनौतियों को नजरंदाज कर रहे हैं। सामूहिक त्यागपत्र के बाद उपस्थित शिक्षकों ने आनलाइन उपस्थिति एवं अभिलेखों के डिजिटलाईजेशन का विरोध भी जताया। इस दौरान जूनियर शिक्षक संघ के जिला कोषाध्यक्ष सरल कुमार ने बताया कि शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की बैठक का आयोजन सोमवार को जिला मुख्यालय पर अपराह्न 2:30 बजे होना है जिसमें मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय को दिया जाएगा। इस दौरान ब्लाक अध्यक्ष कमलेश यादव, शिक्षक संकुलों में अनुराग मिश्रा, वंदना शर्मा, नीलम सचान, सतीश पाल, भरत कुरील, दीपक सिंह समेत एक सैकड़ा से अधिक शिक्षक मौजूद रहे।