मो.फारुक संवाददाता।
पुरवा/उन्नाव (दैनिक अमर स्तम्भ) पुरवा विकास खण्ड की ग्राम पंचायत में चार वर्षों से तैनात ग्राम विकास अधिकारी को प्रधान प्रतिनिधि की शिकायत पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश लखनऊ इकाई रिश्वत लेते हुए रंगे हांथ गिरफ्तार कर गाड़ी में डाल लखनऊ लेकर चलीं गई हैं। भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा की गई कार्यवाही को लेकर तहसील के सभी विभागों में हड़कंप मच गया है। पुरवा कोतवाली क्षेत्र में बस स्टॉप पर शुक्रवार की दोपहर मध्य पुरवा चमियानी मार्ग एचडीएफसी बैंक के निकट उदय मार्केट की है। जहां विकास खण्ड पुरवा में चार वर्षों से तैनात ग्राम विकास अधिकारी शिवबरन सिंह लूट-घसोट को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं तथा पुरवा विकास खण्ड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में चमियानी में तैनात थे। शुक्रवार की दोपहर मध्य लगभग तीन बजे पुरवा चमियानी रोड़ स्थित पटेल मार्केट में चमियानी प्रधान श्रीमती गोमती देवी पटेल के प्रतिनिधि सुरेन्द्र पटेल के साथ बैठकर पूर्व में ग्राम पंचायत के दो विद्यालयों में कराए गऐ कायाकल्प कार्य में 80 हजार अपने कमीशन की मांग की थी, प्रधान प्रतिनिधि सुरेन्द्र पटेल ने आज 50 हजार रुपए दिये। तत्पश्चात प्रधान द्वारा पहले से रचित लीला के अनुसार भ्रष्टाचार निवारण संगठन उत्तर प्रदेश लखनऊ, इकाई की 12 सदस्यीय टीम द्वारा ग्राम विकास अधिकारी शिवबरन सिंह पटेल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। ग्राम विकास अधिकारी की गिरफ्तारी तहसील क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैलते ही सभी विभागों में हड़कंप मच गया। गिरफ्तार की गई टीम के प्रभारी नुरुल हुदा खान ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी को रंगे हांथ रिश्वत लेते पकड़ा गया है। जिसके विरुद्ध सोहरामऊ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। भ्रष्ट ग्राम विकास अधिकारी के विरुद्ध हुई कार्रवाई को लेकर क्षेत्र की जनता प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की जय- जयकार कर रही है।