संजय सिंह भदौरिया
सुकमा (अमर स्तम्भ)। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में शनिवार देर रात साइबर सेल के युवा एएसआई विकास शर्मा की हत्या कर दी इस पर भाजयूमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिकाशोरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश में पूरी तरह कानून व्यवस्था ठप्प होने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक युवा एएसआई की हत्या बदमाशों ने उनके ही सरकारी आवास के सामने कर दी जिससे जनता के बीच बहुत ही गलत संदेश गया है जब इस प्रदेश में पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आम जन की दशा क्या होगी अंदाजा लगाया जा सकता है उन्होंने कहा कि बदमाश उनके सरकारी क्वार्टर के बाहर गालियां दे रहे थे। और एक योग्य सिपाही की तरह विकास भी उन्हें समझाने के लिए गए थे परन्तु एक सिपाही की उपस्थित से भी बदमाशो को कोई फर्क नहीं पड़ा व उनकी ही हत्या कर दी।
कोतवाली क्षेत्र में बदमाशों ने की घटना
दीपिका ने बताया कि विकास के पिता का पहले ही निधन हो चुका है। वह अपनी मां के साथ ही कोतवाली क्षेत्र स्थित पंचशील क्लब के सामने ही सरकारी क्वार्टर में रहते थे। विकास की मां भी सरकारी कर्मचारी थी। रिटायरमेंट के बाद दोनों साथ में यहीं रहते थे। शनिवार की रात करीब 10.30 बजे कुछ लोग उनके घर के पास खड़े होकर झगड़ा और गाली-गलौज कर रहे थे। शोर सुनकर विकास बाहर निकले और उन्हें समझाने का प्रयास किया परन्तु कोतवाली क्षेत्र होने के बावजूद बदमाशों के हौसले बुलंद थे पुलिस प्रशासन की किसी प्रकार की भय नहीं थी व एक योग्य सिपाही की हत्या हो गई।
पुलिस को समर्पित जीवन नहीं किया विवाह
दीपिका ने बताया की युवा एएसआई विकास के बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था। इसके बाद उनकी मां ने ही उन्हें पढ़ाया-लिखाया। पुलिस ड्यूटी के प्रति विकास का इतना ज्यादा समर्पण था कि विकास ने शादी नहीं करने का भी फैसला किया था।एक योग्य सिपाही की हत्या की मैं निंदा करती हूं साथ ही मेरी व पूरी युवामोर्चा की संवेदनाएं विकास के परिवार के साथ हैं,मैं मीडिया के माध्यम से विकास के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा देने की अपील करती हूं
विदित हो कि सिपाही के रूप में हुए थे भर्ती, पदोन्नति पाकर एएसआई बने,विकास छात्र जीवन से बॉक्सिंग के खिलाड़ी रहे। उन्होंने बेहतर खेल से कई मेडल अपने नाम किया। पुलिस विभाग में सिपाही के रूप में भर्ती हुए। फिर अच्छे प्रदर्शन के चलते हेड कांस्टेबल और उसके बाद एएसआई बने थे। बाद में क्राइम ब्रांच में सेवा देते रहे जहां उन्होंने बहुत ही उम्दा कार्य किया था। हाल ही में उन्हें नारकोटिक्स सेल में भेजा गया था। विकास स्नेक केचर के रूप में भी मशहूर थे।कई घरों से जहरीले सर्प को पकड़कर विकास ने जंगल मे छोड़ा था।