मनोज सिंह/जिला ब्यूरो
बलदेवगढ़।जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जगह – जगह स्वास्थ्य केंद्रों पर एलटीटी कैंप लगाए जा रहे हैं । जिससे ज्यादा से ज्यादा महिलाओं के नसबंदी आपरेशन कराए जा सकें । वहीं दूसरी ओर बल्देवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले 2 सप्ताह से लग रहे एलटीटी कैंप में अव्यवस्थाएं देखने को मिल रही है । बुधवार को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कुछ ऐसी ही व्यवस्थाएं देखने को मिलीं । नसबंदी शिविर के आयोजन की जानकारी लगते ही बुधवार को भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ पहुंच गई , लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा सिर्फ 30 महिलाओं के ऑपरेशन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था , ऐसे में 100 महिलाएं बिना ऑपरेशन करवाए ही वापस लौट गई । वहीं महिलाओं के परिजन ने आरोप लगाया कि कर्मचारियों के सांठगांठ के चलते सिर्फ जान – पहचान या सेवा शुल्क देने वाली महिलाओं के ही ऑपरेशन किए गए । बल्देवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एलटीटी कैंप की जिम्मेदारी एफआरएचएस इंडिया जयपुर को सौंपी गई है । बुधवार को केंद्र पर सुबह 8 बजे से बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची ,
लेकिन अधिकांश महिलाओं के ऑपरेशन न होने के कारण निराश होकर लौटना पड़ा । खरगापुर तहसील क्षेत्र के कोटरा गांव से 25 किलोमीटर की दूरी तय करके बल्देवगढ़ पहुंची विनीता सेन ने बताया कि वह अपनी बहू को लेकर पिछले 2 सप्ताह से बल्देवगढ़ सीएससी सेंटर के चक्कर काट रही हैं । उन्होंने बताया कि दो सप्ताह से इसी उम्मीद में घूम रहे हैं कि बहू का ऑपरेशन इस हो जाएगा , लेकिन जान – पहचान न होने के कारण इस बार भी ऑपरेशन नहीं हो पाया । वहीं कोटरा गांव के लखन यादव अपनी पत्नी को लेकर ऑपरेशन कराने पहुंचे , उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के कर्मचारियों की बार सांठगांठ के चलते उन्हीं लोगों के केस लिए जा रहे हैं , जिनकी अस्पतालों के दलालों के साथ सेटिंग होती है , बाकी के लोग सिर्फ चक्कर काटते रहते हैं । कर्माशन हटा से पहुंची आशा कार्यकर्ता मीरा लोधी ने बताया कि वह भी पिछले 2 सप्ताह से दो केस लेकर सीएससी केंद्र बल्देवगढ़ कैंप में आ रही हैं , लेकिन कम केस होने के चलते बार – बार वापस लौटना पड़ा है । सीएससी केंद्र कर्मचारियों की मानें तो बुधवार के कैंप में *30 केस का लक्ष्य रखा गया* , उन्हीं महिलाओं को चयनित किया गया है । जिन्हें पिछले बुधवार को एसडीएम द्वारा टोकन बांटे गए थे ।
*कैंप को – ऑर्डिनेटर उमेश शर्मा का कहना है* कि उनका काम चयनित महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण व ऑपरेशन करने का है । बाकी व्यवस्थाएं अस्पताल प्रबंधन की है । इस बार एक ही डॉक्टर होने के कारण 30 महिलाओं के ऑपरेशन किए गए हैं ।
*बल्देवगढ़ बीएमओ डॉ . सिद्धार्थ रावत का कहना है* , कि कैंप के लिए सेक्टर बार महिलाओं को ऑपरेशन के लिए बुलाया गया था , लेकिन पूरे ब्लॉक से सैकड़ों की संख्या में महिलाओं के आने के कारण कुछ व्यवस्थाएं प्रभावित हुई है । हालांकि नसबंदी कैंप का पूरा आयोजन एक एनजीओ द्वारा किया जा रहा है । कैंप में महिलाओं की भीड़ अधिक होने के कारण सप्ताह में रविवार व बुधवार दो दिन कैंप लगा रहे हैं ।