विशाल सैनी संवाददाता
कानपुर (दैनिक अमर स्तम्भ) / उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के सदस्य राजकुमार लोधी जी द्वारा गौशाला भौती का गहन निरीक्षण किया गया। उन्होने बताया कि शासन की मंशा है कि प्रदेश की सभी गौशालाएं आर्थिक रूप से सुदृढ हों और प्रदेश में गौवंश का संरक्षण व संवर्धन हो सके। उन्होंने बताया कि शासन की योजनाओं में गौशालाएं ठीक ढंग से चले इसीलिए प्रदेश की सारी गौशालाओं में गौउत्पाद (मानव व कृषि उपयोगी ) पंचगव्य औषधियों का निर्माण पर बल दिया जाये। जिससे गौशालायें आर्थिक रूप से सबल हो सके। माननीय गौसेवा आयोग सदस्य ने गौवंश के स्वास्थ एवं बनने वाले पंचगव्य के उत्पादों जैसे साबुन, शैम्पो, स्किन कीम, गोफिनायल, मच्छर अवरोधी क्वायल की गंभीरता से जानकारी ली एवं कहा कि कानपुर गौशाला सोसाइटी के बारे में जो सुना था मैने उससे ज्यादा अच्छा पाया । सुरेश गुप्ता ने कहा कि कानपुर गौशाला सोसाइटी द्वारा जो उत्पाद बनायें जा रहे हैं, उनको जी०एस०टी० के दायरे से मुक्त रखा जाए साशन स्तर पर विपणन की व्यवस्था होनी चाहिए।
पुरूषोत्तम लाल तोषनीवाल महामंत्री ने गौशालाओं में हो रहे अनाधिकृत कब्जे एवं गौवंश के संरक्षण हेतु 30 रूपये से 120 रूपये प्रति गौवंश अनुदान की मांग उठाई। जिस पर सहमति व्यक्त करते हुए आयोग को रिपोर्ट करने को कहा। विश्वनाथ कनौडिया ने आग्रह किया कि गौशालाएं धार्मिक संस्था है अतः गौशालाओं को ई०पी०एफ०ओ० व ई०एस०आई०सी० जैसी श्रम कानूनो से मुक्त रखना चाहिए ।
राजकुमार लोधी जी मा० सदस्य गौसेवा आयोग ने आश्वासन दिया कि जो गौशालाओं की समस्याएं है उचित है आप लोग लिखित प्रत्यावेदन एक सप्ताह के अन्दर हमें उपलब्ध करा दें जिसे हम मा० मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर शीघ्र निस्तारण कराया जाए और जो मानव जीवनोपयोगी पंचगव्य औषधियां बना रहे है इनका शासन से स्वीकृति कराकर सरकारी विभागों में आपूर्ति की व्यवस्था हो सकें।
निरीक्षण टीम में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी आर0पी0 मिश्रा पूरी टीम सहित उपस्थित रहें निरीक्षण के समय सुरेश गुप्ता उपाध्यक्ष, पुरूषोत्तम लाल तोषनीवाल महामंत्री विश्वनाथ कनौडिया मंत्री,प्रदीप गुप्ता, संजीव दुबे, वी०डी० चन्देल,विवेक सिंह, महेश पाण्डे, दिनेश शुक्ला, नरेन्द्र सिंह आदि रहे।