अवधेश सिंह बरेली दैनिक अमर स्तंभ
आंवला/बरेली:-आंवला रेलवे स्टेशन से कई ट्रेने गुजर रही हैं लेकिन इस रुट पर आ रहे तीर्थ यात्रियों को देखते हुए यह संख्या बहुत ही कम है।
आपको अवगत करा दें कि आंवला में स्थित श्री श्याम जी मंदिर मनौना धाम पर देश के सभी प्रदेशों से श्यामप्रेमी आ रहे हैं।मनौना धाम पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं। मनौना धाम आने वाले हजारों श्रद्धालु इसी रेल मार्ग पर निर्भर हैं। लेकिन इस रेल मार्ग पर गिनी चुनी ही लगभग एक दर्जन ट्रेनें हैं। कुछ ट्रेनों का स्टापेज भी आंवला में नहीं है। रामनगर में भी जैन समाज का विश्व प्रसिद्ध जैन मंदिर है। यहां पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
झारखंड से मनौना धाम आने वाले श्रद्धालु मनोज कुमार ने बताया कि बह तीन बार मनौना धाम आ चुके हैं लेकिन रास्ते में बेहद परेशानी होती है। मनौना धाम विश्व में प्रसिद्ध हो चुका है देश के राज्यों से मनौना धाम के लिए सीधी ट्रेन चलाई जानी चाहिए।
हरियाणा से आने वाले राजीव मोत्रे ने बताया कि बह अपने बीस साल के दिव्यांग बेटे को लेकर मनौना धाम आते हैं।पहले बह अपने यहां से दिल्ली आते हैं फिर दिल्ली से बरेली आते हैं।फिर मनौना धाम पहुंचते हैं।इस दौरान यात्रा में उन्हें बेहद कठिनाई होती है। हरियाणा से सीधी ट्रेन मनौना धाम के लिए चलाई जानी चाहिए।
कोटा राजस्थान से मनौना धाम आने वाले राजेश कुमार टण्डन ने बताया कि उनकी मां को फोर्थ स्टेज का कैंसर है बह पहले दिल्ली आते हैं फिर दिल्ली से मनौना धाम पहुंचते हैं।दिल्ली से सुबह मनौना धाम के लिए एक ट्रेन चलती है जो कि आरक्षित है विना आरक्षण के उसमें कोई भी यात्रा नहीं कर सकता है।उन ट्रेन में जनरल डब्बा भी सम्मिलित किए जाने चाहिए। जिससे श्रद्धालुओं को लाभ मिल सके।कुछ ट्रेनों का संचालन भी इस मार्ग पर बढ़ाया जाना चाहिए।
श्री श्याम जी मंदिर मनौना धाम के व्यवस्थापक श्यामेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि मनौना धाम पर देश के प्रत्येक हिस्सों से श्रद्धालु आ रहे हैं। इसलिए इस रुट पर ट्रेनों का बढ़ाया जाना चाहिए।अभी एक ट्रेन टनकपुर से बरेली,आंवला चंदौसी होते हुए देहरादून हरिद्वार के लिए चली है जिसका आंवला में ठहराव नहीं है।इसका आंवला में ठहराव होना चाहिए इस क्षेत्र की 50 % जनता व 70 प्रतिशत श्रद्धालु इसी रेल मार्ग पर निर्भर हैं। ट्रेनों की संख्या कम होने से जनता परेशान रहती है।इस लिए इस रेल मार्ग पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने व जो ट्रेन यहां से गुजर रही हैं उनका स्टावेज अति आवश्यक है। केवल दो से तीन एक्सप्रेस ट्रेन ही रूकती हैँ, दिल्ली जाने को सुबह को कोई ट्रेन नहीं हैं यदि लखनऊ दिल्ली रुट की कुछ ट्रेनों को बरेली चंदौसी रुट से गुज़ार दिया जाए, तो बहुत हद तक समस्या हल हो सकती हैं, ऐसा ही मध्य प्रदेश रुट पर साप्ताहिक 2 ट्रेन हैँ जबकि प्रत्येक दिन मध्य प्रदेश, मुंबई, बिहार, रुट से हजारों लोग मनौना धाम पहुँचते हैं, केंद्र सरकार ने आँवला स्टेशन को अमृत योजना में शामिल करके प्रेरणादायक कार्य किया हैं लेकिन बिना ट्रेन या ट्रेन स्टॉपेज़ के ये प्रयास अधूरा रह जायेगा।